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अभी तो पाकिस्तान ने ट्रेलर देखा है, देख लीजिए भारतीय सेना की असली ताकत

अभी तो पाकिस्तान ने ट्रेलर देखा है, देख लीजिए भारतीय सेना की असली ताकत
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भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने ​पाकिस्तान को हैरत में डाल दिया है. पाकिस्तान के 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया है. जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों को निशानी बनाकर कई आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है. खैर ये तो एक ट्रेलर है. भारत ने पाकिस्तान को अभी अपनी असली ताकत दिखाई ही नहीं है. अगर बात सिर्फ डिफेंस बजट की ही कर ली जाए तो भारत का डिफेंस बजट पाकिस्तान के डिफेंस बजट से करीब 3 गुना ज्यादा है. 24 घंटे पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान आने वाले बजट सेशन में अपने डिफेंस बजट में 18 फीसदी का इजाफा करेगा. उसके बाद भी भारत का डिफेंस बजट पाकिस्तान के बजट के मुकाबले में काफी ज्यादा देखने को मिलेगा. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर भारत हर साल डिफेंस पर कितना पैसा खर्च करता है और पाकिस्तान के डिफेंस बजट का क्या हाल है?

कितना है भारत का डिफेंस बजट

पहले बात भारत के डिफेंस बजट की करें तो उसमें लगातार इजाफा देखने को मिलता रहा है. वित्त वर्ष 2025-26 में भारत का डिफेंस बजट 6.81 लाख करोड़ रुपए का है. जिसमें पिछले साल के मुकाबले में 10 फीसदी ज्यादा है. जबकि वित्त वर्ष 2024-25 में देश का डिफेंस बजट 6,21,941 करोड़ रुपए का था. वहीं उससे पहले यानी वित्त वर्ष 2023-24 में देश का डिफेंस बजट 5,54,875 करोड़ रुपए देखने को मिला था. वहीं दूसरी ओर वित्त वर्ष 2022-23 में देश का डिफेंस का बजट 5.25 लाख करोड़ रुपए देखने को मिला था. इसका मतलब है कि बीते 4 साल में देश के डिफेंस बजट में 30 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है. आने वाले सालों में देश के डिफेंस बजट में और भी बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है.

भारत के डिफेंस बजट के कुछ अहम आंकड़े

भारत के डिफेंस बजट में कैपिटल खर्च के लिए 4.65 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. जिसमें मिलिट्री इक्विपमेंट की खरीद, मॉर्डनाइजेशन और इससे जुड़ी शामिल हैं. कैपिटल खर्च के कुल बजट 1,80,000 करोड़ रुपए है.

रेवेन्यू खर्चे के लिए 3,11,731 करोड़ रुपए रखे गए हैं जो जो पिछले बजट से 9.29 फीसदी ज्यादा है. इसमें सैलरी और रोजमर्रा की जरूरतों पर खर्च किया जाएगा.

डिफेंस बजट में एक सिविल एक्सपेंडिचर भी होता है. जिसके लिए 28,682 करोड़ रुपए रखे गए हैं. जो पिछली बार से 10.47 फीसदी ज्यादा है.

डिफेंस बजट कुल प्रोजेक्टेड जीडीपी का 1.91 फीसदी है. पिछले बजट में जितना कैपिटल बजट दिया गया था उसमें से 13,000 करोड़ रुपए वापस भी हुए.

वहीं दूसरी ओर डीआरडीओ के लिए बजट एलोकेशन बढ़ाकर पिछले बार के मुकाबले करीब 12 फीसदी बढ़ाकर 26,816 करोड़ रुपए किया गया है.

पाकिस्तान भी बढ़ाया डिफेंस बजट

वहीं दूसरी ओर भारत के साथ पाकिस्तान के डिफेंस बजट में बढ़ोतरी देखने को मिली है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत के साथ तनाव के कारण पाकिस्तान की गठबंधन सरकार ने अगले बजट में रक्षा खर्च में 18 फीसदी की वृद्धि कर इसे 2.5 ट्रिलियन रुपए से अधिक करने का समर्थन किया है. सरकार 1 जुलाई से नए वित्त वर्ष की शुरुआत से पहले अगले महीने के पहले सप्ताह में 2025-26 का बजट पेश करने वाली है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे.

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को बजट मामलों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी आर्थिक टीम से मुलाकात की. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने प्रमुख सहयोगी पीपीपी के साथ लगभग 17.5 ट्रिलियन रुपए के नए बजट ढांचे को साझा किया, जो रक्षा व्यय में 18 प्रतिशत की वृद्धि पर सहमत हुआ. अखबार ने सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत के साथ तनाव की हालिया लहर के कारण पीएमएल-एन और पीपीपी के बीच रक्षा बजट बढ़ाने पर आम सहमति थी.

उन्होंने कहा कि मौजूदा सुरक्षा खतरों के मद्देनजर पीपीपी ने रक्षा बजट को 18 प्रतिशत बढ़ाकर 2.5 ट्रिलियन रुपए से अधिक करने के प्रस्ताव का समर्थन किया. चालू वित्त वर्ष 2024-25 में, सरकार ने रक्षा खर्च के लिए 2,122 बिलियन रुपए आवंटित किए, जो निवर्तमान वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट किए गए 1,804 बिलियन रुपए से 14.98 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है. लोन पेमेंट के बाद डिफेंस सेक्टर का खर्च एनुअल एक्सपेंडिचर का दूसरा सबसे बड़ा कंपोनेंट है. चालू वर्ष में लोन रीपेमेंट के लिए आवंटित 9,700 अरब रुपए देश का सबसे बड़ा व्यय है

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