देशभक्ति की मिसाल: एसजी स्कूल के निदेशक ने सेना को दिए एक लाख रुपये, देशवासियों से भी की सहयोग की अपील
ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली/डीडीयू नगर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर देशवासियों को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे समय में जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है, देशभक्त नागरिक भी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने को तैयार हैं। इसी क्रम में रविनगर स्थित एसजी पब्लिक स्कूल के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार अग्रवाल 'कक्कू' ने भारतीय सेना के लिए एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि यह समय केवल सरकार या सेना का नहीं, बल्कि हर देशवासी की जिम्मेदारी का है। “हमें एकजुट होकर न केवल देश की सीमाओं की रक्षा में लगे जवानों का मनोबल बढ़ाना है, बल्कि उनके लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था में भी योगदान देना चाहिए,” उन्होंने कहा।
अरुण अग्रवाल ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि एक पारदर्शी सार्वजनिक खाता खोला जाए, या जिलाधिकारी के माध्यम से धनराशि संग्रह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उनका कहना है कि इस तरह देशभर के नागरिक आसानी से और विश्वासपूर्वक सेना की मदद कर सकेंगे।उन्होंने कहा, हमारे वीर सैनिक दिन-रात देश की रक्षा में लगे हैं। अब हमारी बारी है कि हम उनके लिए अपनी जिम्मेदारी निभाएं। यह समय केवल भावनाओं का नहीं, कर्म का है।
उनकी इस पहल ने क्षेत्र में देशभक्ति की भावना को और प्रबल कर दिया है। लोगों ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे नागरिक ही समाज में प्रेरणा के स्रोत होते हैं।अरुण अग्रवाल की यह घोषणा न केवल एक आर्थिक योगदान है, बल्कि यह एक सशक्त संदेश है—कि पूरा देश सेना के साथ है, और हर संकट में भारत एकजुट होकर खड़ा होता है।