अक्षय तृतीया पर मिशन बाल सुरक्षा: चंदौली में तीन बाल विवाह रोके गए, धार्मिक स्थलों पर चला जागरूकता अभियान

ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली, उत्तर प्रदेश:अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर जनपद चंदौली में ग्राम स्वराज्य समिति ने बाल विवाह के खिलाफ एक व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया। इस विशेष मुहिम के तहत धार्मिक स्थलों पर जाकर धर्मगुरुओं को बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया और उन्हें शपथ दिलाई गई कि वे ऐसे विवाहों में सहभागिता नहीं करेंगे।
अभियान का नेतृत्व समिति के कार्यक्रम संयोजक जुनैद खान और जिला समन्वयक सौरभ सिंह ने किया। उनकी सक्रियता और तत्परता के चलते जिले में तीन बाल विवाहों को समय रहते रोका गया। इनमें से एक बाल विवाह सैयदराजा के गायत्री पीठ मंदिर में आयोजित होने वाला था, जबकि अन्य दो चकिया ब्लॉक के अलग-अलग मंदिरों में प्रस्तावित थे।
ग्राम स्वराज्य समिति द्वारा मिली सूचना पर जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्डलाइन, स्थानीय पुलिस और अन्य संबंधित विभागों ने तत्काल एक्शन लिया। संयुक्त टीम के हस्तक्षेप से तीनों बाल विवाहों को सफलतापूर्वक रोका गया। नाबालिग लड़कियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां उनकी सुरक्षा और शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए।
इस अभियान में जिला बाल संरक्षण इकाई से अंकित सिंह और शिल्पी चौरसिया, चाइल्डलाइन के सदस्य, बचपन बचाओ आंदोलन के जिला समन्वयक राकेश यादव, और ग्राम स्वराज्य समिति के सामाजिक कार्यकर्ता जानकी, रामशहारे, अंजू पांडे, दीपा यादव व मदन मोहन भी शामिल रहे।बता दें कि समिति का यह प्रयास समाज में बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं के विरुद्ध एक सशक्त संदेश है। यह पहल न केवल नाबालिगों को उनका बचपन लौटाने की दिशा में सार्थक कदम है, बल्कि समाज को जिम्मेदार बनाने का आह्वान भी है।