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उत्तर प्रदेश

महोबा में बारिश व ओलाकृष्टि का कहर, खेत में बिछ गईं फसलें

महोबा में बारिश व ओलाकृष्टि का कहर,   खेत में बिछ गईं फसलें
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महोबा। ओला नै हमाय सारी उम्मीदन खां तहस नहस कर डारो। गांव भड़रा के बलदेव कुशवाहा कहते हैं कि दस बीघा गेहूं की फसल आंधी-पानी-ओला से खेत में बिछ गई। अब लागत निकलना भी मुश्किल है। एक दिन पहले जो फसल खेत में लहलहा रही थी आज ऐसा दृश्य है, जैसे किसी ने पहटा चलाया है।

आधी रात को आंधी और बारिश के साथ गिरे ओला से जिले के करीब सौ गांवों के किसानों की 50 प्रतिशत तक फसल बर्बाद हो गई। सबसे अधिक नुकसान सरसों और मटर, चना की फसल को पहुंचा है। कबरई-जैतपुर ब्लाक के कई गांवों में करीब दस मिनट तक ओले गिरे।

कई स्थानों पर ठप रही बिजली

बिजली की सप्लाई भी कई स्थानों पर सुबह तक ठप रही। ओला की चपेट में आकर छोटे पक्षी पेड़ों के नीचे मृत अवस्था में मिले। डीएम ने कृषि विभाग को सर्वे करा कर रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है। सोमवार रात करीब 12 बजे जनपद में करीब डेढ़ घंटे तक तेज हवा के साथ रुक-रुक कर बारिश होती रही।

जैतपुर ब्लाक के अजनर सहित करीब 50 गांव और इधर कबरई ब्लाक के करीब 50 गांवों में आंधी के साथ लगभग 50 ग्राम तक के वजनी ओले गिरे। दस मिनट तक हुई ओलावृष्टि से खेतों में सरसों के साथ गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। चुरारी के किसान अजीत सिंह राजपूत के पास 10 बीघा जमीन है, जिसमें पांच बीघा में मटर की फसल है, पांच बीघा में गेहूं की फसल है। बारिश और तेज हवा से गेहूं की फसल खेत में बिछ गई है।

प्रशासन की ओर से जिन स्थानों में नुकसान की संभावना अधिक है, वहां टीम लगाई गई है। ओला गिरने से सबसे अधिक नुकसान स्यावन, गुंड, बम्हनौरा, आनंदपुरा, बड़ेरा, सगुनिया, इंद्रहटा, बघौरा, नगारा डांग, पसानाबाद, रजपुरा, श्रीनगर भड़रा, सिजवाहा, मवई, सलालपुरा सहित अन्य कई गांव शामिल हैं।

वहीं पनवाड़ी, कुलपहाड़, चरखारी, कबरई, महोबकंठ, खन्ना, भरवारा, चुरारी, रिवई आदि इलाकों में आंधी के साथ बारिश हुई। यहां हवा और बारिश के कारण गेहूं और सरसों की फसल खेत में ही बिछ गई। शहर सहित कई कस्बा और ग्रामीण क्षेत्रों रात 12 बजे से सुबह पांच बजे तक बिजली की सप्लाई बाधित रही। कृषि उपनिदेशक डा. अभय कुमार ने बताया कि जहां भी फसलें खराब होने की जानकारी मिली है, वहां सर्वे कराया जा रहा है।

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