सपा और कांग्रेस में आ सकते हैं यूपी के कई बीजेपी सांसद
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के कुछ सांसद पार्टी को झटका दे सकते हैं। टिकट की दौड़ में पिछड़ने की आशंका के मद्देनजर सांसद और उनके करीबी सपा और कांग्रेस से नजदीकी बनाने में जुटे हैं। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले धोखा खा चुकी पार्टी के नेता इस बार सतर्क हैं।
भाजपा लोकसभा चुनाव में मिशन 80 को पूरा करने के लिए सर्वे करा रही है। सर्वे में मौजूदा सांसदों की स्थिति के साथ नए संभावित उम्मीदवारों की रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पहले सर्वे में कुछ सांसदों की रिपोर्ट अच्छी नहीं मिली है। इनमें अवध, काशी, गोरखपुर और पश्चिम क्षेत्र के कुछ सांसद शामिल हैं।
वहीं नारी शक्ति वंदन अधिनियम के चलते इस बार पार्टी पहले से ज्यादा महिला उम्मीदवारों को उतारने पर विचार कर रही है। साथ ही सुभासपा, अपना दल (एस) और निषाद पार्टी को भी गठबंधन में पहले से अधिक सीटें देने की चर्चा है। ऐसे में जिन मौजूदा सांसदों के टिकट पर तलवार लटक रही है, वे विकल्प तलाशने में जुट गए हैं।
पार्टी को खबर मिली है कि बीते दिनों कुछ सांसद और उनके करीबी नेताओं ने सपा नेताओं से मुलाकात की है। इनमें अवध क्षेत्र के भी दो सांसदों के नाम चर्चा में हैं। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल मौजूदा सांसद अपना टिकट सुनिश्चित करने की लॉबिंग कर रहे हैं। ऐसे में वे लोकसभा चुनाव में टिकट वितरण का इंतजार कर सकते हैं। टिकट न मिलने पर वह पाला बदलकर सपा, बसपा या कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। पार्टी ऐसे लोगों की हर गतिविधि पर नजर रख रही है।