मेडिकल कैंपस में ‘लव जिहाद’ के खिलाफ उबाल: बुलंदशहर में डॉक्टर सड़कों पर उतरे

बुलंदशहर। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में सामने आए लव जिहाद प्रकरण को लेकर प्रदेशभर में डॉक्टरों में रोष बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में बुलंदशहर स्थित कल्याण सिंह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया।
कैंडल मार्च का नेतृत्व कर रहीं डॉ. अलका ने कहा कि यह मामला केवल एक संस्थान या व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिला सुरक्षा, विश्वास और पेशेवर गरिमा से जुड़ा गंभीर प्रश्न, कुछ तत्व योजनाबद्ध तरीके से शिक्षित और संवेदनशील वर्ग को निशाना बना रहे हैं, ताकि सामाजिक संतुलन को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा, चिकित्सा संस्थान ज्ञान और सेवा के केंद्र होते हैं। ऐसे स्थानों पर किसी भी तरह की छल, दबाव या पहचान छुपाने की प्रवृत्ति बर्दाश्त नहीं की जा सकती। दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी हिम्मत न करे। वहीं डॉ. विनोद ने कहा कि समाज में सौहार्द और विश्वास बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। यदि रिश्तों की बुनियाद ही छल पर रखी जाए तो उसका असर केवल एक व्यक्ति पर नहीं, पूरे समाज पर पड़ता है। प्रशासन को निष्पक्ष जांच कर सच सामने लाना चाहिए और पीड़ित को न्याय दिलाना चाहिए. कैंडल मार्च के दौरान डॉक्टरों ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर शांतिपूर्ण ढंग से नारे लगाए और पीड़ित के प्रति एकजुटता दिखाई। कार्यक्रम के अंत में डॉक्टरों ने राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर त्वरित व कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
मर्चा में शामिल डॉक्टरों का कहना है कि जब तक इस तरह के मामलों में स्पष्ट संदेश नहीं जाएगा, तब तक मेडिकल संस्थानों में कार्यरत महिलाओं की सुरक्षा और विश्वास पर सवाल उठते रहेंगे।




