कोडीन कफ सिरप पर सीएम योगी का सख्त बयान : यूपी में एक भी मौत नहीं, सपा शासन में मिले थे लाइसेंस

रिपोर्ट : विजय तिवारी
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कोडीन युक्त कफ सिरप के मुद्दे पर जोरदार राजनीतिक टकराव देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विषय पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए विपक्ष को तथ्यों के साथ जवाब दिया।
मुख्यमंत्री के बयान के बाद सदन में हंगामा हुआ और सपा विधायकों ने विरोध स्वरूप वॉकआउट कर दिया।
यूपी में कोडीन सिरप से कोई मौत नहीं : सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ शब्दों में कहा कि उत्तर प्रदेश में कोडीन युक्त कफ सिरप के कारण एक भी मौत दर्ज नहीं हुई है। उन्होंने सदन को बताया कि जिन मौतों को लेकर विपक्ष सवाल उठा रहा है, वे अन्य राज्यों में हुई हैं और उनमें प्रयुक्त सिरप का निर्माण तमिलनाडु में हुआ था। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बिना तथ्य जाने आरोप लगाना जनता को गुमराह करने का प्रयास है।
सपा शासन में दिए गए थे लाइसेंस
सीएम योगी ने दावा किया कि एसटीएफ द्वारा पकड़े गए बड़े होलसेलरों को लाइसेंस समाजवादी पार्टी की सरकार के समय जारी किए गए थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच करा रही है और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे सपा से जुड़े लोगों की भूमिका सामने आ रही है।
“देश में दो नमूने” बयान से बढ़ा विवाद
सदन में चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राजनीति की तुलना करते हुए कहा कि देश में दो तरह के “नमूने” हैं—एक जो जनता के बीच रहकर जवाबदेही निभाते हैं और दूसरे जो गंभीर मुद्दों पर चर्चा के समय किनारा कर लेते हैं। इस टिप्पणी को सपा विधायकों ने अपने खिलाफ मानते हुए कड़ा विरोध जताया, जिससे सदन का माहौल और गरमा गया।
‘बबुआ’ पर तंज, विदेश यात्रा का जिक्र
मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब देश में किसी बड़े मुद्दे पर बहस होती है, तो कुछ लोग विदेश यात्रा पर निकल जाते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यहां बैठे ‘बबुआ’ भी शायद जल्द ही इंग्लैंड की सैर पर निकल जाएं। इस बयान के बाद विपक्ष ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी।
तस्वीर दिखाने पर पलटवार
इससे पहले सपा विधायक अतुल प्रधान ने सदन में कोडीन सिरप का मुद्दा उठाते हुए आरोपी की एक तस्वीर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ दिखायी।
इस पर मुख्यमंत्री ने इसे “चोर की दाढ़ी में तिनका” बताते हुए कहा कि बेबुनियाद आरोपों से सच्चाई नहीं बदली जा सकती।
यूपी में निर्माण नहीं, केवल स्टॉकिस्ट
मुख्यमंत्री ने दवाओं की गुणवत्ता और आपूर्ति व्यवस्था पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि कोडीन सिरप का निर्माण उत्तर प्रदेश में नहीं होता, यहां केवल इसके स्टॉकिस्ट और होलसेलर हैं। उन्होंने बताया कि एफएसडीए (FSDA) लगातार छापेमारी कर रही है और नकली व अवैध दवाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
बुलडोजर कार्रवाई की चेतावनी
सीएम योगी ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस मामले में दोषी पाए जाने वालों पर बुलडोजर एक्शन भी किया जाएगा और तब विपक्ष को शोर मचाने का कोई अधिकार नहीं होगा। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 79 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, 78 गिरफ्तारियां हुई हैं और 134 फर्मों पर छापेमारी की गई है।
कोडीन युक्त कफ सिरप का मामला विधानसभा में स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था और राजनीतिक जवाबदेही से जुड़ा बड़ा मुद्दा बन गया।
मुख्यमंत्री के आक्रामक तेवर और विपक्ष के विरोध के बीच सरकार ने स्पष्ट संकेत दिया कि तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी और जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।




