रामपुर : सेना के जवानों पर टिप्पणी मामले में सपा नेता आज़म खां पर आज आएगा फैसला, जिले में सुरक्षा कड़ी

रिपोर्ट : विजय तिवारी
रामपुर। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आज़म खां के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। साल 2017 में सेना के जवानों पर की गई कथित विवादित टिप्पणी से जुड़े केस में MP/MLA विशेष अदालत आज अपना फैसला सुनाने जा रही है। लंबे समय से चर्चा में रहे इस मामले पर आज पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं।
विवादित टिप्पणी का पृष्ठभूमि
वर्ष 2017 में एक चुनावी सभा के दौरान आज़म खां ने कथित तौर पर ऐसा बयान दिया था, जिसे सेना के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला माना गया। वीडियो सामने आने के बाद इस बयान ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया था। विरोधी दलों ने इसे सेना का अपमान बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
इसी बयान के आधार पर बीजेपी MLA आकाश सक्सेना ने आज़म खां के खिलाफ मामला दर्ज कराया। शिकायत में आरोप लगाया गया कि बयान न केवल सैनिकों का मनोबल गिराने वाला था, बल्कि एक संवेदनशील राष्ट्रीय विषय को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया गया।
सुनवाई की प्रक्रिया और कोर्ट का रुख
मामले की सुनवाई रामपुर की MP/MLA स्पेशल कोर्ट में चल रही थी, जहां जनप्रतिनिधियों से जुड़े मामलों की तेजी से सुनवाई होती है।
कोर्ट ने पिछले कई महीनों में सभी पक्षों के बयान, वीडियो क्लिप, पुलिस रिपोर्ट और गवाहों के बयान दर्ज किए।
अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया कि आज़म खां का बयान जानबूझकर दिया गया और वह कानून की दृष्टि से आपराधिक प्रवृत्ति का है।
बचाव पक्ष ने यह कहते हुए दलील दी कि बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया और यह राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का परिणाम है।
सभी पक्षों की बहस पूरी होने के बाद अदालत ने आज फैसला सुनाए जाने की तारीख तय की है।
जिले में सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था
फैसला संवेदनशील होने के कारण प्रशासन ने रामपुर में अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात की है।
जिला प्रशासन ने कोर्ट परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा सख्त कर दी है।
किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए RAF और स्थानीय पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
कोर्ट के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई है और मीडिया की भारी मौजूदगी देखी जा रही है।
अज़ीम खां और अब्दुल्ला की मौजूदा कानूनी मुश्किलें
फैसले से पहले ही आज़म खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म दोनों दो पैनकार्ड मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद जेल में बंद हैं।
यह मामला आज़म खां के लिए इसलिए भी अहम है क्योंकि—
एक और सजा उनके राजनीतिक भविष्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।
उनके खिलाफ चल रहे अन्य लंबे मुकदमों पर भी इसका असर पड़ सकता है।
पार्टी नेतृत्व भी फैसले पर नजर रखे हुए है, क्योंकि आज़म खां रामपुर की राजनीति में मजबूत आधार माने जाते हैं।
राजनीतिक हलचल तेज
फैसले के पहले ही स्थानीय और राज्यस्तरीय राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
सपा समर्थक इस उम्मीद में हैं कि कोर्ट उनकी दलीलों को स्वीकार करेगी।
वहीं विरोधी दल इस मामले को कानून की नजर से एक अहम परीक्षा मान रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला आने वाले चुनावी माहौल पर भी प्रभाव डाल सकता है।
आज का फैसला क्यों बेहद अहम?
मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना की प्रतिष्ठा से जुड़ा है।
यह केस पिछले 7–8 वर्षों से चर्चा में रहा है।
अदालत का फैसला आज़म खां की राजनीति और कानूनी स्थिति को नया मोड़ दे सकता है।
प्रदेश की सियासत पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है।




