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उत्तर प्रदेश

भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर विशेष कार्यक्रम “महिला सशक्तिकरण ही भ्रष्टाचार उन्मूलन का सबसे बड़ा हथियार” — प्रेम कुमार

भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर विशेष कार्यक्रम “महिला सशक्तिकरण ही भ्रष्टाचार उन्मूलन का सबसे बड़ा हथियार” — प्रेम कुमार
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बिलारी। फुलवार रोड, मोहल्ला अंसारियन स्थित आज़ाद पब्लिक इंटर कॉलेज में नेशनल एकेडमी फॉर सोशल मूवमेंट और नागरिक एकता परिषद के संयुक्त तत्वावधान में भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के अवसर पर एक प्रभावशाली जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

मुख्य वक्ता एवं ह्यूमन राइट डिफेंडर प्रेम कुमार (राष्ट्रीय अध्यक्ष, नागरिक एकता परिषद) ने संबोधन में कहा कि “जब तक आधी आबादी शिक्षित, स्वावलंबी और निर्णय प्रक्रिया में भागीदार नहीं बनेगी, भ्रष्टाचार की जड़ें कमजोर नहीं होंगी। सशक्त महिला ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे बड़ी लड़ाई लड़ सकती है।”

कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण के इतिहास पर विस्तृत चर्चा की गई। महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को स्त्री शिक्षा का जन्मदाता बताते हुए उनके योगदान का स्मरण किया गया। डॉ. भीमराव आंबेडकर के हिंदू कोड बिल और संविधान में निहित लैंगिक समानता के प्रावधानों को “महिलाओं की मुक्ति की आधारशिला” बताया गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोज़ा लक्ज़मबर्ग और मलाला यूसुफ़ज़ई जैसी वीरांगनाओं का भी उल्लेख किया गया।

बालिकाओं और महिलाओं की सुरक्षा पर जोर देते हुए POCSO एक्ट 2012 और POSH एक्ट 2013 की विस्तार से जानकारी दी गई। प्रेम कुमार ने कहा, “हर स्कूल और कॉलेज में POSH कमेटी अनिवार्य होनी चाहिए। कानून तभी प्रभावी होते हैं जब समाज जागरूक हो।” उन्होंने भ्रष्टाचार को “व्यक्ति की आदत” से “सामाजिक बीमारी” मानकर उसके खिलाफ सामूहिक लड़ाई की अपील की, और जैन हवाला कांड में पद्मभूषण डॉ. विनीत नारायण की ऐतिहासिक लड़ाई का उदाहरण दिया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राएँ और महिलाएँ उपस्थित रहीं, जिनमें प्रमुख थीं — शबनम, जहाँ अफसाना परवीन, रजनी मिश्रा, रंजीता मौर्य, अर्शी, जैनब, गुलाफ्शां बी, निशा बी, इरम बी, अलीशा बी, अल्शिफ़ा बी, आफरीन निशा, आफरीन अंजुम, फातिमा, अक्सा, हिना, फिज़ा, इलमा, नसीम, मंतशा, माहिरा आदि।

इसके अलावा शमसुल कमर (प्रधानाचार्य), इमाम हुसैन (मैनेजर), इमामुद्दीन, मोहम्मद आज़म, इलमानूर सहित सैकड़ों विद्यार्थी, शिक्षक-शिक्षिकाएँ और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को तीन महत्वपूर्ण संकल्प दिलाए गए—

दैनिक जीवन से भ्रष्टाचार को पूरी तरह समाप्त करेंगे।

ज्योतिबा–सावित्रीबाई और बाबा साहब के महिला सशक्तिकरण के सपनों को साकार करेंगे।

हर गाँव और मोहल्ले में POCSO, POSH तथा संवैधानिक अधिकारों की जागरूकता फैलाएंगे।

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