सैलानी के सूफ़ीटोला में दूसरे दिन भी गरजा बीडीए का बुलडोज़र, अब ब्रह्मपुरा का इक़बाल पैलेस शादी हॉल भी रडार पर

सूफ़ीटोला से फ़ाइक एन्क्लेव जहाँ बुलडोज़र रुका वहाँ दिल काँपे, जहाँ पहुँचा वहाँ दीवारें गिरीं
ब्रह्मपुरा के इक़बाल पैलेस शादी हॉल में अंदर से लेकर बाहर तक अवैध निर्माणों की लिस्ट, देर रात तक सामान निकालने का दौर
बरेली : सूफ़ीटोला में मंगलवार से शुरू हुई कार्रवाई बुधवार को और भी ज़्यादा तीखी हो गई। आज़म खान के रिश्तेदार सरफराज वली खान के दोनों शादी हॉल—ऐवाने-ए-फ़रहत और गुड मैरिज हॉल—पर चला बुलडोज़र पूरे इलाके में दहशत की गूँज छोड़ गया। सूफ़ीटोला से लेकर फ़ाइक एन्क्लेव तक हर वह निर्माण दबाव में है जिस पर वर्षों से सवाल थे लेकिन कार्रवाई नहीं हो पा रही थी।
सुबह 11:25 बजे जैसे ही बुलडोज़र की पहली दहाड़ सुनाई दी, गलियाँ एक बार फिर अफरा-तफरी से भर गईं। पीएसी और पुलिस की भारी तैनाती, अधिकारी खुद मौके पर, और प्रशासन का साफ संदेश इस बार पीछे हटने का सवाल ही नहीं।
2011 की पुरानी फाइलें फिर से खोली गईं और अवैध घोषित निर्माणों को एक-एक करके ढहाया जा रहा है। विरोध, चिल्लाहट, मीडिया में बयान, नेताओं के फोन कुछ भी प्रशासन की रफ़्तार नहीं रोक पाया।
अब यह कार्रवाई फ़ाइक एन्क्लेव के अवैध कब्जेदारों तक डर का संदेश पहुँचा चुकी है। लोग अपने काग़ज़ों की जाँच में जुट गए हैं क्योंकि चर्चा साफ है “काग़ज़ ठीक है तो इमारत बचेगी, नहीं तो बुलडोज़र तय।”
अब बारी ब्रह्मपुरा के इक़बाल पैलेस शादी हॉल पर तेजी से बढ़ी कार्रवाई की आहट
सूफ़ीटोला के बाद प्रशासन की नज़र अब थाना प्रेमनगर के ब्रह्मपुरा में स्थित इक़बाल पैलेस शादी हॉल पर टिक चुकी है।
सूत्रों के अनुसार अंदर से लेकर बाहर तक पूरा ढांचा जाँच के दायरे में पीछे के हिस्से में बने एक्सटेंशन रूम, ऊपर की मंज़िल पर बिना मानचित्र तैयार निर्माण, बाहर की ओर फुटपाथ तक फैलाया गया क्षेत्र, पार्किंग स्थल का व्यावसायिक उपयोग, सब बीडीए की रिपोर्ट में चिन्हित है।
पिछले महीनों में नोटिस तैयार होने के बावजूद प्रभाव के चलते कार्रवाई फाइलों में अटकती रही, लेकिन सूफ़ीटोला के बाद यह फाइल भी तेज़ी से आगे बढ़ा दी गई है।
अधिकारियों के मुताबिक “मानचित्र और वास्तविक निर्माण में बड़ा अंतर मिला है। पूरी बिल्डिंग जांच में है। कार्रवाई कभी भी शुरू हो सकती है।”
देर रात तक इक़बाल पैलेस शादी हॉल से सामान निकालने की हलचल मालिकों के बड़े नेताओं के चक्कर तेज
बरेली में बुधवार रात एक और दृश्य चर्चा का विषय रहा इक़बाल पैलेस शादी हॉल में देर रात तक सामान निकाला जाता रहा।
हॉल के अंदर से कुर्सियाँ साउंड सिस्टम, किचन का सामान, सजावट का स्टॉक और स्टोर में रखा इवेंट मटीरियल सब ट्रॉली और छोटे वाहनों में भरकर बाहर ले जाया गया।
सूत्रों का दावा है कि हॉल के मालिक देर रात तक बड़े-बड़े नेताओं और प्रभावशाली लोगों के चक्कर काटते रहे, इस उम्मीद में कि किसी तरह बीडीए की तय होती कार्रवाई को रोका या टाल दिया जाए।
लेकिन प्रशासनिक हलकों में माहौल बिल्कुल साफ बताया जा रहा है “सूफ़ीटोला जैसी कार्रवाई एक संकेत है फाइलें नहीं रुकेंगी।” इलाके में चर्चा और तेज़ है कि सूफ़ीटोला के बाद अगला बड़ा बुलडोज़र ब्रह्मपुरा के इक़बाल पैलेस शादी हॉल पर रुकने वाला है।




