प्रयागराज में धर्मांतरण विवाद ने पकड़ा तूल — म्योराबाद में चंगाई सभा के दौरान मारपीट, चार नामजद, दो गिरफ्तार; पुलिस की जांच तेज

रिपोर्ट : विजय तिवारी
प्रयागराज / कैंट थाना क्षेत्र। म्योराबाद इलाके में कथित धर्मांतरण गतिविधि को लेकर शनिवार शाम भारी विवाद खड़ा हो गया। एक निजी घर में चल रही चंगाई सभा (हीलिंग प्रेयर मीटिंग) के बीच अचानक पहुंची विश्व हिंदू परिषद (VHP) की टीम और वहां मौजूद लोगों के बीच झड़प हो गई, जिसमें मारपीट और गाली-गलौज होने का आरोप है। विवाद बढ़ने के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा हो गया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करते हुए चार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
विवाद की शुरुआत — प्रार्थना सभा पर धर्मांतरण का संदेह
स्थानीय लोगों के अनुसार :
पिछले कई दिनों से म्योराबाद के एक घर में नियमित रूप से चंगाई सभा आयोजित की जा रही थी।
कहा जा रहा था कि सभा में आने वालों को नौकरी का भरोसा, आर्थिक सहायता, इलाज और सामाजिक सुरक्षा जैसे लाभ बताकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इसी सूचना पर शनिवार दोपहर विहिप से जुड़े कार्यकर्ता — जिनमें कई स्थानीय युवा शामिल थे — मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं ने सभा आयोजकों से इस बारे में पूछताछ की।
विहिप कार्यकर्ताओं का आरोप है कि विरोध करने पर सभा संचालित करने वाले लोगों ने अचानक हमला कर दिया और उन्हें परिसर से बाहर करने के लिए धक्का-मुक्की और मारपीट की गई।
मारपीट और धमकी के आरोप -
तहरीर के अनुसार :
विहिप कार्यकर्ता अमित मिश्रा ने कहा कि विवाद के दौरान एक व्यक्ति ने उनका गला दबाने की कोशिश की और कई लोगों ने मिलकर हमला किया।
उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और वहां मौजूद युवाओं से अभद्र भाषा में बात की गई।
बीच-बचाव करने पर भीड़ और अधिक भड़क गई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने तत्काल स्थिति शांत करवाई और involved पक्षों से पूछताछ की।
चार नामजद आरोपियों पर मामला दर्ज
कैंट थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर चार लोगों पर मुकदमा पंजीकृत किया है :
आरोपी का नाम स्थिति -
पीटर राजू गिरफ्तार
अनिल थॉमस गिरफ्तार
जस्सी राजू फरार, तलाश जारी सुषमा फरार, तलाश जारी
FIR में आरोप लगाए गए हैं:
प्रलोभन देकर धर्मांतरण का प्रयास
धमकी और जानलेवा हमला
मारपीट और बल प्रयोग
धार्मिक भावनाएं भड़काना
पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा :
पुलिस ने घर की तलाशी के दौरान धार्मिक पुस्तकें, पर्चे, पोस्टर और सभा रिकॉर्डिंग से जुड़े कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं।
पुलिस ने बरामद सामग्री को सील कर लिया है और साइबर जांच के लिए कुछ डिजिटल डेटा भी कब्जे में लिया जा रहा है।
थाना पुलिस का कहना है कि गवाहों के बयान, वीडियो फुटेज और मोबाइल रिकॉर्डिंग जांच में महत्वपूर्ण आधार होंगे।
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है और आसपास के चर्चों व संगठनों से भी पूछताछ हो सकती है।
घटना के बाद माहौल और प्रतिक्रियाएँ :
क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती की गई ताकि किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति न बने।
विहिप ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई नहीं होती है, तो वह आंदोलन शुरू करेगा।
वहीं, कुछ स्थानीय लोग इसे धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ हस्तक्षेप बताते हुए कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करने की बात कह रहे हैं।
सामाजिक संगठनों और कानून विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में निष्पक्षता और संवेदनशीलता दोनों आवश्यक हैं, ताकि मामला धर्म बनाम राजनीति के टकराव में न बदल जाए।
कानूनी फ्रेमवर्क : धर्मांतरण कानून की भूमिका -
उत्तर प्रदेश के गैरकानूनी धर्मांतरण प्रतिषेध अधिनियम 2021 के तहत :
प्रलोभन, दबाव या छल से धर्म बदलवाना दंडनीय अपराध है।
इसमें तुरंत FIR, गिरफ्तारी और सजा का प्रावधान है।
अदालत के समक्ष धर्म परिवर्तन की पूर्व सूचना और वैध आधार आवश्यक है।
प्रयागराज में म्योराबाद का यह प्रकरण सिर्फ स्थानीय विवाद नहीं, बल्कि एक बड़े सामाजिक–धार्मिक मुद्दे की तसवीर है। मामला भावनाओं और कानून के टकराव के बीच खड़ा है। आगे की पुलिस जांच और न्यायिक प्रक्रिया ही तय करेगी कि आरोप सही हैं या नहीं।
फ़िलहाल पूरा शहर आगे की कार्रवाई और गिरफ्तारी पर नज़र लगाए हुए है।
दो फरार आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस की रिपोर्ट और कोर्ट में अभियोजन
विहिप और चर्च समूहों की प्रतिक्रिया
इलाके में सुरक्षा और शांति बनाए रखने की चुनौती




