दिल्ली लाल किला ब्लास्ट : प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेश - “षड्यंत्रकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा”

रिपोर्ट : विजय तिवारी
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला क्षेत्र के पास सोमवार शाम हुए भीषण धमाके ने पूरे देश को दहला दिया। एक कार में हुए इस विस्फोट ने न सिर्फ आसपास के इलाके को हिला दिया बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है। इस धमाके में 8 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल होने की पुष्टि हुई है। घायलों का इलाज दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में जारी है।
सूत्रों के मुताबिक, यह घटना लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास उस समय हुई जब ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ियाँ रुकी थीं। तभी अचानक एक सफेद रंग की कार (संभावित तौर पर Hyundai i20) में जोरदार विस्फोट हुआ और आग की लपटें उठीं। आसपास के कई वाहन और सड़क किनारे खड़ी गाड़ियाँ भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
पीएम मोदी ने भूटान से दी सख्त चेतावनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो इस समय भूटान के राजकीय दौरे पर हैं, ने इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा —
> “दिल्ली में हुआ यह कायराना हमला देश की शांति और सुरक्षा पर हमला है। इस षड्यंत्र के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स (Twitter) अकाउंट से भी ट्वीट किया —
> “दिल्ली में हुआ विस्फोट बेहद निंदनीय है। इस घटना में शामिल लोगों को सजा जरूर मिलेगी। केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूँ।”
भूटान से ही प्रधानमंत्री लगातार गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से संपर्क में हैं और उन्होंने पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
गृह मंत्री अमित शाह की हाई-लेवल मीटिंग
घटना के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस, एनएसए और इंटेलिजेंस ब्यूरो के शीर्ष अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। शाह ने कहा कि —
> “इस हमले की जांच हर एंगल से की जा रही है। चाहे देश के अंदरूनी मॉड्यूल हों या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क — किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।”
उन्होंने दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की पुलिस एजेंसियों को समन्वय में काम करने के निर्देश दिए हैं।
जांच की दिशा – आतंकी एंगल से जुड़ाव के संकेत
जांच एजेंसियों की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार यह “फिदायीन हमला” (suicide-type blast) हो सकता है। कुछ खुफिया इनपुट्स यह भी संकेत देते हैं कि इस विस्फोट का हरियाणा के फरीदाबाद में हाल ही में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से संबंध हो सकता है।
फॉरेंसिक टीमों ने घटनास्थल से RDX जैसे उच्च श्रेणी के विस्फोटक के अंश मिले हैं। इस आधार पर NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने भी केस की प्रारंभिक जांच अपने हाथों में ले ली है।
दिल्ली में हाई अलर्ट, भीड़भाड़ वाले इलाकों की निगरानी
धमाके के बाद राजधानी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। लाल किला, जामा मस्जिद, इंडिया गेट, मेट्रो स्टेशन और एयरपोर्ट जैसी संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा तैनाती बढ़ा दी गई है।
ड्रोन सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल ट्रैकिंग के जरिए संदिग्धों की पहचान की कोशिश की जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने जनता से अपील की है कि “अफवाहों पर विश्वास न करें, संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें।”
विपक्ष और जनता की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने इस घटना को “चिंताजनक” बताते हुए केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। वहीं सोशल मीडिया पर लोगों ने शहीद हुए निर्दोष नागरिकों के प्रति श्रद्धांजलि और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
यह धमाका सिर्फ दिल्ली नहीं, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने जैसा है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि “भारत आतंक के खिलाफ किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगा।”
जांच एजेंसियाँ लगातार सुरागों की तलाश में जुटी हैं और प्रधानमंत्री स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं।
> “दिल्ली का लाल किला एक बार फिर साक्षी बना है देश के खिलाफ साजिश का,
लेकिन अब जवाब भी उतना ही सख्त और निर्णायक होगा।”




