बागेश्वर धाम सरकार पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की “सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा” वृंदावन की ओर रवाना

रिपोर्ट : विजय तिवारी
दिल्ली, 7 नवंबर 2025 — बागेश्वर पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में आज सुबह भव्य शोभा यात्रा और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ “सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा” का शुभारंभ दिल्ली से हुआ। यह यात्रा वृंदावन तक जाएगी, जिसका उद्देश्य देशभर में सनातन धर्म की जागृति, सामाजिक एकता और हिन्दू संस्कारों के संरक्षण का संदेश देना है।
यात्रा का उद्देश्य
यह पदयात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति को एक सूत्र में जोड़ने का प्रतीक मानी जा रही है। पं. शास्त्री ने उद्घाटन अवसर पर कहा —
> “यह यात्रा किसी विरोध के लिए नहीं, बल्कि एकजुटता और आस्था के लिए है। हमें धर्मांतरण, विभाजन और भेदभाव से ऊपर उठकर हिन्दू समाज को एक करना है।”
इस यात्रा के माध्यम से धर्म, संस्कृति, गौ-संरक्षण, पर्यावरण शुद्धिकरण और यमुना नदी के संरक्षण जैसे मुद्दों पर जनजागरण किया जाएगा।
यात्रा की रूपरेखा
यात्रा की शुरुआत आज दिल्ली के छतरपुर कात्यायनी मंदिर से हुई।
यह यात्रा हरियाणा के रास्ते मथुरा-वृंदावन पहुंचेगी।
कुल लगभग 170 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।
मार्ग में कई धार्मिक स्थानों और गांवों में संत-समाज, भजन संध्या और प्रवचन कार्यक्रम होंगे।
यात्रा 16 नवंबर को वृंदावन पहुंचकर समापन समारोह के साथ समाप्त होगी।
प्रमुख संकल्प और संदेश
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यात्रा की शुरुआत में देशभर के भक्तों से पाँच प्रमुख संकल्प लेने की अपील की —
1. हिन्दू एकता को सर्वोपरि मानना।
2. गौ माता के सम्मान और संरक्षण के लिए कार्य करना।
3. यमुना और गंगा की स्वच्छता और संरक्षण हेतु जनजागरण।
4. लव जिहाद और अवैध धर्मांतरण के विरोध में सजग रहना।
5. शांति और मर्यादा के साथ सनातन धर्म का प्रचार करना।
सामाजिक समरसता और भागीदारी
यात्रा में देशभर से साधु-संतों, महिला श्रद्धालुओं और युवाओं की भारी भागीदारी देखने को मिली। कई सामाजिक संगठन, महिला मंडल और स्वयंसेवक भी यात्रा के हिस्से बने।
दिलचस्प बात यह रही कि कुछ मुस्लिम और सिख समाज के लोगों ने भी इसमें सहभागिता दिखाते हुए कहा कि यह यात्रा “धर्म नहीं, संस्कृति की एकता” का प्रतीक है।
प्रशासनिक तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था
दिल्ली और हरियाणा पुलिस ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए भोजन, रात्रि विश्राम, प्राथमिक चिकित्सा और पानी की व्यवस्था की गई है। ट्रैफिक व्यवस्था के लिए कई मार्गों पर अस्थायी बदलाव किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
जनता में उत्साह
छतरपुर से लेकर गुरुग्राम तक हजारों की संख्या में लोग पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दर्शन के लिए उमड़े।
श्रद्धालु “जय श्रीराम”, “हर हर महादेव” और “सनातन धर्म अमर रहे” के नारे लगाते हुए आगे बढ़ते रहे।
विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा, आरती और स्वागत द्वारों से यात्रा का अभिनंदन किया गया।
समापन समारोह
यात्रा के अंतिम दिन वृंदावन में भव्य संत सम्मेलन और विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा। पं. शास्त्री इस अवसर पर “सनातन हिन्दू एकता” के आगे के चरणों की घोषणा भी करेंगे।




