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उत्तर प्रदेश

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और मंत्री असीम अरुण ने दी बधाई

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और मंत्री असीम अरुण ने दी बधाई
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गोंडा के अब्बास रज़ा ने ‘धासू टॉक्स’ के माध्यम से पत्रकारिता में रचा प्रेरणा का इतिहास

आनन्द गुप्ता / अनवार खाँ मोनू

गोंडा / लखनऊ।

कभी सीमित संसाधनों में सपनों को सींचने वाले गोंडा के युवा पत्रकार अब्बास रज़ा आज प्रेरणा का प्रतीक बन चुके हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री सतीश महाना से उन्हें मिला आशीर्वाद उनके लिए नई ऊर्जा लेकर आया है। महाना जी ने अब्बास रज़ा को न सिर्फ शुभकामनाएं दीं, बल्कि उनके कार्य की सराहना करते हुए कहा कि —

> “धासू टॉक्स जैसी पहल समाज को सोचने और जुड़ने का नया माध्यम दे रही है।”

अब्बास रज़ा ने भी नम्र भाव से विधानसभा अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा —

> “महाना जी का स्नेह मेरे लिए प्रेरणा की नई ज्योति है। उनके मार्गदर्शन से यह मंच और भी प्रभावशाली तरीके से समाज की आवाज़ बनेगा।”

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सरकार के शीर्ष नेतृत्व की सराहना

अब्बास रज़ा की इस प्रेरणादायक पहल को प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व से भी सराहना मिली है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और कैबिनेट मंत्री असीम अरुण ने अपने संदेशों में कहा कि —

> “अब्बास रज़ा और उनकी टीम पत्रकारिता जगत में नया मुकाम हासिल करेगी। ‘धासू टॉक्स’ अपने नाम के अनुरूप समाज में सकारात्मकता, प्रेरणा और सच्चाई का संदेश फैला रहा है।”

दोनों नेताओं ने अब्बास रज़ा को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि —

> “निष्पक्ष पत्रकारिता लोकतंत्र की आत्मा है, और अब्बास रज़ा जैसे युवा इस आत्मा को जीवित रखे हुए हैं।”

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संघर्ष की राह से सफलता की ऊँचाई तक

अब्बास रज़ा की जीवन यात्रा संघर्ष, संकल्प और सफलता का सुंदर संगम है। उत्तर प्रदेश के पिछड़े जनपद गोंडा में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे अब्बास रज़ा ने अपने सीमित साधनों को कभी बाधा नहीं बनने दिया। कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने अपने सपनों को जीवित रखा और पत्रकारिता को समाजसेवा का माध्यम बनाया।

उनकी मां टी. रज़ा रिज़वी उनके जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा हैं — एक ऐसी महिला जो न केवल गृहिणी हैं, बल्कि पिछले 45 वर्षों से गोंडा जनपद से एक समाचार पत्र का नियमित प्रकाशन कर रही हैं। मां की कलम, अनुशासन और संघर्ष ने अब्बास रज़ा को सिखाया कि पत्रकारिता केवल पेशा नहीं, बल्कि समाज के प्रति एक ज़िम्मेदारी है।

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धासू टॉक्स — प्रेरणा और परिवर्तन का मंच

आज धासू टॉक्स केवल एक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म नहीं, बल्कि प्रेरक व्यक्तित्वों, सामाजिक सुधारों और जनहित के विचारों का संगम बन चुका है।

इस मंच की नींव तीन ऊर्जावान फ़ाउंडर्स — अब्बास रज़ा, अली सैफ और हैदर अली — ने मिलकर रखी है, जिनका लक्ष्य है समाज में सकारात्मक पत्रकारिता को स्थापित करना।

पोस्ट प्रोडक्शन हेड क़ुदरत इस मंच की रचनात्मक आत्मा हैं, जो तकनीकी और प्रस्तुति के माध्यम से हर कहानी को जीवंत रूप देती हैं।

टीम का उद्देश्य है कि “धासू टॉक्स” के ज़रिए ऐसी पत्रकारिता को आगे बढ़ाया जाए जो सवाल भी करे और समाधान भी दे।

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जनता में गर्व और प्रेरणा की लहर

अब्बास रज़ा की उपलब्धि से गोंडा सहित पूरे प्रदेश में गर्व और उत्साह की लहर है।

लोग उन्हें नई पीढ़ी के उन युवाओं में गिन रहे हैं जिन्होंने संघर्ष को सफलता का प्रतीक बना दिया।

अब्बास रज़ा ने कहा —

> “मां की शिक्षा, समाज का विश्वास और वरिष्ठ नेतृत्व का आशीर्वाद — यही मेरी असली पूंजी है। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं, बल्कि एक सतत सामाजिक सेवा है।”

उनकी कहानी यह संदेश देती है कि अगर जज़्बा सच्चा हो तो परिस्थितियाँ कभी रुकावट नहीं बनतीं।

आज “धासू टॉक्स” उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का प्रतीक बन चुका है।

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