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उत्तर प्रदेश

चित्रकूट में बड़ा रेल हादसा टला : लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस दो हिस्सों में बंटी, कपलिंग टूटने से तीन डिब्बे हुए अलग

चित्रकूट में बड़ा रेल हादसा टला : लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस दो हिस्सों में बंटी, कपलिंग टूटने से तीन डिब्बे हुए अलग
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डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी

चित्रकूट। मुंबई से भागलपुर जा रही लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस सोमवार देर रात एक बड़ी दुर्घटना से बाल-बाल बची। मझगांवा और टिकरिया स्टेशन के बीच ट्रेन की कपलिंग टूट जाने से यह दो हिस्सों में बंट गई। घटना रात करीब 2:54 बजे की है। सौभाग्य से उस समय ट्रेन की रफ्तार धीमी थी, जिससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक जोरदार झटका लगने के बाद ट्रेन रुक गई। जांच में पता चला कि पीछे के तीन डिब्बे इंजन से अलग हो गए थे। कपलिंग टूटने के कारण यह हादसा हुआ। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी और तकनीकी दल मौके पर पहुंचे।

चार घंटे तक चला राहत कार्य

तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और मरम्मत का कार्य शुरू किया। करीब चार घंटे की मेहनत के बाद टूटी कपलिंग को ठीक कर डिब्बों को फिर से जोड़ा गया। मरम्मत पूरी होने के बाद सुबह लगभग 7 बजे ट्रेन को पुनः रवाना किया गया।

इस घटना के चलते मुंबई–हावड़ा रेल मार्ग पर करीब पाँच घंटे तक यातायात बाधित रहा। कई ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोकना पड़ा, जबकि कुछ को वैकल्पिक मार्ग से चलाया गया।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह पूरी तरह तकनीकी खराबी का मामला था। समय रहते ट्रेन की गति कम होने से बड़ी दुर्घटना टल गई। सभी यात्री सुरक्षित हैं और ट्रेन को बाद में सुरक्षित मंज़िल की ओर भेज दिया गया।

यात्रियों में दहशत, पर हादसा टला

घटना के समय अधिकांश यात्री नींद में थे। अचानक ट्रेन रुकने और झटके से डिब्बों में अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री ट्रेन से उतरकर स्थिति जानने लगे। स्थानीय ग्रामीणों ने भी आवाज सुनकर मौके पर पहुंचकर मदद की।

मुख्य बिंदु —

ट्रेन : लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस (मुंबई से भागलपुर)

स्थान : मझगांवा–टिकरिया सेक्शन, चित्रकूट

समय : रात 2:54 बजे

कारण : कपलिंग टूटने से ट्रेन दो हिस्सों में बंटी

परिणाम : पीछे के तीन डिब्बे अलग, कोई जनहानि नहीं

कार्रवाई : तकनीकी टीम ने चार घंटे बाद जोड़े डिब्बे

प्रभाव : मुंबई–हावड़ा रेल मार्ग पांच घंटे बाधित

यह घटना एक बार फिर रेलवे की तकनीकी सुरक्षा और रखरखाव व्यवस्था पर सवाल उठाती है। हालांकि सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से एक संभावित बड़ा हादसा टल गया।

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