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उत्तर प्रदेश

मुजफ्फरनगर: दीपावली से पहले खाद्य विभाग की सख्त कार्रवाई, मिलावटी मावा पर शिकंजा

मुजफ्फरनगर: दीपावली से पहले खाद्य विभाग की सख्त कार्रवाई, मिलावटी मावा पर शिकंजा
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मुजफ्फरनगर, 17 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में आगामी दीपावली और अन्य त्योहारों को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। जिले भर में छापेमारी के दौरान 70 नमूने लिए गए, जबकि मिलावटी मावे पर बड़ी कार्रवाई की गई। लगभग 16 कुंतल मावा (कीमत 3.50 लाख रुपये) को सीज किया गया, वहीं 30 कुंतल मावा (कीमत 6.50 लाख रुपये) को नष्ट कर दिया गया। इसके अलावा, ढाई कुंतल मावा को मौके पर ही नष्ट किया गया। यह कार्रवाई एसडीएम निकिता शर्मा की मौजूदगी में हुई, जिसमें सहायक आयुक्त और मुख्य आयुक्त भी उपस्थित रहे।कार्रवाई का विवरण:नमूने संग्रहण: त्योहारों के मद्देनजर खाद्य विभाग ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों से 70 खाद्य सामग्रियों (मुख्य रूप से मावा, पनीर, दूध और मिठाई) के नमूने लिए। ये नमूने जांच के लिए लखनऊ स्थित सरकारी प्रयोगशाला भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने पर मिलावट पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। 16 कुंतल मिलावटी मावा को सीज कर जांच के अधीन रखा गया, जिसकी अनुमानित कीमत 3.50 लाख रुपये है।30 कुंतल खराब गुणवत्ता वाले मावा को नष्ट किया गया, जो बाजार में बिक्री के लिए तैयार किया जा रहा था। इसकी कीमत करीब 6.50 लाख रुपये बताई जा रही है।


कोतवाली क्षेत्र के खालापार इलाके और अन्य बाजारों में की गई। एक स्विफ्ट डिजायर कार से कई कुंतल मावा बरामद हुआ, जिसमें मिलावटी सामग्री पाई गई। विभाग ने 8 अक्टूबर से शुरू किए गए विशेष अभियान के तहत अब तक कुल 66 सैंपल लिए हैं, 13 कुंतल अन्य फूड आर्टिकल जब्त किए हैं, और 28 कुंतल मावा-पनीर नष्ट कर चुका है।

एसडीएम निकिता शर्मा: कार्रवाई का नेतृत्व करते हुए उन्होंने मिलावटखोरों को चेतावनी दी कि त्योहारों के दौरान उपभोक्ताओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। उनकी मौजूदगी से टीम को और मजबूती मिली।

सहायक आयुक्त अर्चना धीरान और मुख्य आयुक्त ने भी छापेमारी में हिस्सा लिया। फूड सेफ्टी ऑफिसर ने बताया कि यह अभियान दीपावली तक जारी रहेगा, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुरूप सख्ती बरती जा रही है।

विभाग ने मिठाई दुकानदारों और सप्लायर्स को निर्देश दिए हैं कि वे केवल एफएसएसएआई (FSSAI) प्रमाणित सामग्री का उपयोग करें। उल्लंघन पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत जुर्माना और जेल हो सकती है।

यह कार्रवाई मिलावटखोरों में हड़कंप मचा रही है, खासकर जब मावा और पनीर जैसे उत्पादों की मांग चरम पर है। स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि नकली मावा में केमिकल और सस्ते सब्स्टीट्यूट मिलाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। खाद्य विभाग ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे प्रतिष्ठित दुकानों से ही खरीदारी करें और संदिग्ध उत्पादों की शिकायत हेल्पलाइन 1800-11-2100 पर करें।देशभर में इसी तरह की कार्रवाइयां चल रही हैं, जैसे गाजियाबाद, गोरखपुर और दिल्ली में मिलावटी मिठाइयों पर छापे।

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