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उत्तर प्रदेश

हापुड़ में मालगाड़ी का इंजन पटरी से उतरा, बड़ा हादसा टला — रेलवे ने शुरू किया राहत अभियान

हापुड़ में मालगाड़ी का इंजन पटरी से उतरा, बड़ा हादसा टला — रेलवे ने शुरू किया राहत अभियान
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डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी

हापुड़ (उत्तर प्रदेश)। हापुड़ रेलवे स्टेशन के यार्ड क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक मालगाड़ी का इंजन अचानक पटरी से उतर गया, जिससे रेलवे परिसर में हड़कंप मच गया। हादसा सुबह करीब 9 बजे के आसपास हुआ, जब इंजन को यार्ड लाइन पर ले जाया जा रहा था। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी, इंजीनियरिंग स्टाफ और तकनीकी टीम तुरंत मौके पर पहुंच गईं और राहत कार्य शुरू कर दिया।

रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह हादसा मुख्य लाइन पर नहीं, बल्कि स्टेशन के यार्ड ट्रैक पर हुआ, जिससे किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका टल गई। राहत की बात यह रही कि घटना में किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है।

रेल संचालन पर असर और रेलवे की कार्रवाई

इंजन के पटरी से उतरने के बाद स्टेशन पर कुछ समय के लिए ट्रेन संचालन प्रभावित रहा। मुख्य लाइन पर जाने वाली कुछ ट्रेनों को अस्थायी रूप से रोका गया और कुछ ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इंजन को दोबारा ट्रैक पर चढ़ाने का काम तेज़ी से किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द रेल यातायात सामान्य हो सके।

रेलवे के तकनीकी कर्मचारी क्रेन और भारी उपकरणों की मदद से इंजन को उठाने और ट्रैक को ठीक करने में जुटे हैं। क्षेत्र को सुरक्षा कारणों से घेराबंदी कर दिया गया है, ताकि कोई आम व्यक्ति राहत कार्य में बाधा न बने।

तकनीकी जांच और प्रारंभिक कारण

घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने तकनीकी जांच के आदेश जारी किए हैं। प्रारंभिक जांच में संभावना जताई जा रही है कि यह घटना सिग्नल स्विच या ट्रैक जॉइंट में तकनीकी खराबी के कारण हुई हो सकती है।

हालांकि, मानवीय चूक की संभावना से भी इंकार नहीं किया गया है। जांच टीम इंजन के पहियों, ट्रैक की जकड़न, स्लिप पॉइंट और रेल की एलाइनमेंट की बारीकी से जांच कर रही है।

रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “हादसे की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट होगा कि गलती ट्रैक की थी या संचालन में किसी लापरवाही के कारण इंजन पटरी से उतरा।”

राहत दल की मुस्तैदी से टला बड़ा हादसा

सूत्रों के मुताबिक, अगर इंजन मुख्य लाइन पर चल रहा होता, तो यह हादसा बड़ा रूप ले सकता था। लेकिन रेलवे कर्मियों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से बड़ा नुकसान टल गया।

मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत आपात सिग्नल जारी कर सभी ट्रेनों को रोकने का निर्देश दिया, जिससे किसी अन्य ट्रेन पर इसका असर नहीं पड़ा।

यात्रियों को सलाह

हापुड़ स्टेशन से होकर गुजरने वाली कुछ ट्रेनों में 15 से 30 मिनट की देरी दर्ज की गई है।

रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी ट्रेन की स्थिति की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट, ऐप या स्टेशन सूचना बोर्ड से प्राप्त करें।

अब जांच का बड़ा सवाल — आखिर गलती किसकी?

घटना ने रेलवे प्रशासन के मेंटेनेंस और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि यार्ड क्षेत्र की पटरियों की मरम्मत लंबे समय से लंबित थी। ऐसे में यह जांच का विषय है कि क्या हादसा रखरखाव में लापरवाही के कारण हुआ या किसी तकनीकी त्रुटि से।

रेलवे सूत्रों के अनुसार, जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी कर्मचारियों या अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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