मुंबई में लग सकता है लॉकडाउन, 3 बजे कैबिनेट की बैठक में उद्धव सरकार ले सकती कई बड़े फैसले
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को शाम 3 बजे राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है. वहीं मुंबई में शाम 5 बजे नए नियमों के साथ कोरोना की नई गाइडलाइंस जारी की जाएगी. मुंबई के संरक्षक मंत्री अस्लम शेख भी आज खुद सड़कों पर उतरे और बाजार में भीड़ की स्थिति और कोरोना नियमों का पूरी तरह से उल्लंघन होता देख काफी निराश दिखे. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा भी कि वो मुख्यमंत्री से मिलकर मुंबई के संबंध में कड़े प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं. इस बीच मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने भी पत्रकार परिषद को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि फिलहाल मुख्यमंत्री क्या निर्णय लेने वाले हैं, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. लेकिन कोरोना नियमों का जिस तरह से लगातार उल्लंघन होता जा रहा है उससे स्थिति नियंत्रण से बाहर चले जाने की शंका है.
उन्होंने कहा कि फिलहाल स्वास्थ्य सुविधाएं सही तरह से पूरी की जा रही हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण दुगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है. प्राइवेट बेड्स हम अपने कब्जे में ले रहे हैं लेकिन इसकी भी एक सीमा है. प्राइवेट अस्पताल और बेड्स की जरूरत ही क्यों पड़ने दी जाए, अगर लोग त्रि -सूत्री नियमों (मास्क, दो गज की दूरी, बार-बार हाथ धोना) का पालन करेंगे तो इनकी जरूरत ही नहीं पड़ेगी. मुंबई की महापौर ने कहा कि एक बार फिर लोगों के अपील है कि वे बेवजह घर से नहीं निकलें और बाजारों में भीड़ ना बढ़ाएं. ना सिर्फ खुद की बल्कि दूसरों की जान की भी परवाह करें. कोरोना की दूसरी लहर को हर हाल में रोकना ही पड़ेगा.
इस बीच स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने किसानों के हक की बात उठाते हुए राज्य में संभावित लॉकडाउन के निर्णय का कड़े शब्दों में विरोध किया है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि लॉकडाउन लगाना है तो पहले किसानों की उपज का सही भाव दें, जिनका रोजगार खतरे में पड़ने वाला है, उन्हें इसकी भरपाई दें. तभी लॉकडाउन करें. अगर यह नहीं कर सकते तो हमें अपने हाल पर छोड़ दिया जाए. हम अपना ख़याल खुद कर लेंगे.
किसान नेता राजू शेट्टी पंढऱपुर-मंगलवेढा विधानसभा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार के प्रचार के लिए आए थे. पंढरपुर के एनसीपी कांग्रेस के विधायक भारत भालके का 28 नवंबर को निधन हो गया था. अक्टूबर महीने में उन्हें कोरोना हो गया था. इस वजह से पंढरपुर में उपचुनाव हो रहा है. अपने उम्मीदवार के प्रचार के लिए वे आए थे. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने लॉकडाउन का जोरदार विरोध किया और कहा कि ऐसे किसी भी निर्णय से पहले किसानों की उपज की कीमत और बेरोजगारों को भरपाई जरूरी है. सिर्फ लॉकडाउन की घोषणा कर देने से काम नहीं चलेगा. इससे तो अच्छा है कि सरकार हमें अपने हाल पर छोड़ दे.