राजस्थान पंचायत चुनाव: अधिकतर सीटों पर हारी कांग्रेस, BJP का शानदार प्रदर्शन
राजस्थान के पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव में जिसकी सरकार, उसके पक्ष में परिणाम की परंपरा टूट गई है और इस बार राज्य में कांग्रेस की सरकार होते हुए भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शानदार प्रदर्शन किया है. कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं के विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस हार गई है.
21 जिला प्रमुखों के लिए चुनाव में 14 पर बीजेपी और 5 पर कांग्रेस को जीत मिली है, जबकि एक पर भारतीय ट्राइबल पार्टी ने कब्ज़ा जमाया है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल की पार्टी को नागौर में भी तीसरा स्थान मिला है, जबकि बाड़मेर में कांग्रेस और BJP दोनों को बराबर 18-18 सीटें मिली है.
वहीं, पंचायत चुनाव में 1833 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस को 1713 सीटों पर जीत मिली है. 21 जिलों में हुए चुनाव में बीजेपी को पाली ,सीकर, चूरू, झुंझुनू, बूंदी, अजमेर, नागौर, टोंक, उदयपुर, भीलवाड़ा, झालावाड़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और जालोर सहित 13 जिलों में जीत मिली है.
वहीं, कांग्रेस को हनुमानगढ़, जैसलमेर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और बीकानेर समेत पांच जिलों में जीत मिली है. हनुमान बेनीवाल का गढ़ माने जाने वाले नागौर में बीजेपी को 20 सीटें मिली है, जबकि कांग्रेस को 18 सीटें मिली है. वहीं हनुमान बेनीवाल की पार्टी को केवल नौ सीटें मिली है.
इससे पहले 2003 और 2013 में जब अशोक गहलोत की सरकार बनी थी तो जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में 70 फ़ीसदी सीटों पर कांग्रेस जीती थी, जबकि वसुंधरा सरकार के दौरान 70 फ़ीसदी सीटों पर बीजेपी जीती थी. मगर इस बार सरकार होते हुए भी कांग्रेस को करारी हार मिली है.
कांग्रेस के सभी दिग्गजों के इलाक़े में कांग्रेस हार गई. मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के चुनाव क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ में भी कांग्रेस हार गई है. पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के टोंक, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के इलाके अजमेर, खेल मंत्री अशोक चांदना के इलाके बूंदी ,सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के इलाके चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस हार गई.