गुजरात- आय और जाति प्रमाणपत्र डिजिटल स्वरूप मिलने के साथ, सरकारी योजनाओं की जानकारी व्हाट्सएप पर उपलब्ध होगी : मुख्यमंत्री
ओमप्रकाश यादव अहमदाबाद गुजरात।
समय के साथ सेवा सेतु कार्यक्रम धीरे -धीरे बंद होगा। डिजिटलाइजेशन के तहत प्रारम्भिक अवस्था में 22 प्रमाण पत्र डिजिटल स्वरुप में उपलब्ध होगा। सरकारी योजनाओं की जानकारी व्हाट्सएप पर उपलब्ध होगी। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए उक्त जानकारी दी। गुजरात में आय का प्रमाण पत्र, जाति आधारित प्रमाणपत्र, विधवा या वरिष्ठ नागरिक प्रमाणपत्र और राशन कार्ड जैसे आवश्यक प्रमाणपत्र पहले जिला ,तहसील स्तर पर और गांवों के बीच तारतम्य वाले सेवा सेतु दारा प्रमाणपत्र दिया जाता है। आने वाले समय में यह सभी प्रमाणपत्र डिजिटल रुप में ग्राम पंचायत कार्यालय से उपलब्ध होगा। आठ अक्टूबर को डिजिटल कार्यक्रम लॉन्च किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रथम चरण में 22 प्रमाणपत्र डिजिटल स्वरूप में उपलब्ध होगें परन्तु भविष्य में लगभग 50 प्रमाण पत्रों को इस योजना में शामिल किया जाएगा। सरकार ने दावा किया है कि इस प्रकार की सेवा देने वाला गुजरात पूरे देश में प्रथम राज्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेट कार्यक्रम के तहत आप्टिकल फाइबर से राज्य के 3500 गांवों को जोड़ा गया है, जिसमें 2700 ग्रामपंचायतों को पहले चरण में शामिल किया गया है। आने वाले समय 14 हजार ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाएगा। प्रत्येक प्रमाण पत्र का शुल्क 20 रुपये होगा।
नोटरी के तरह शपद पत्र देने का अधिकार ग्राम्य स्तर पर पटवारी को दिया जाएगा ताकि ग्रामिणों को असुविधा न हो।
आने वाले समय में सरकारी योजनाओं की विविध जानकारी आम नागरिकों को व्हाट्सएप के हेल्थ डेस्क पर उपलब्ध होगी। जिस योजना की जानकारी चाहिए केवल उसका नम्बर लिखना होगा। नागरिकों को 02612300000 नम्बर अपनी मोबाइल में सेव कर हाय लिखना होगा, मेसेज आने पर शून्य लिख कर योजना का क्रम नम्बर भेजना होगा।