कौन हैं BJP की श्रीलेखा, जिन्होंने केरल निकाय चुनाव में ढहाया लेफ्ट का गढ़, अब मेयर की रेस में

केरल की पहली महिला पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रहीं श्रीलेखा ने तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज कर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. उन्होंने सस्थामंगलम वार्ड से जीत हासिल की है. तिरुवनंतपुरम में लेफ्ट का गढ़ भेदने वाली केरल की पहली महिला IPS श्रीलेखा ने जोरदार तरीक से राजनीती में एंट्री की है. श्रीलेखा कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुई थीं. उनका पार्टी में आना कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था. इसके बाद उन्होंने स्थानीय निकाय चुनाव में वार्ड सदस्य के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया. जिसने और ज्यादा ध्यान खींचा.
पुलिस सेवा में उनका करियर लंबा रहा है. वे केरल की पहली महिला अधिकारी थीं, जिन्होंने डीजीपी का सर्वोच्च पद संभाला था. तीन दशक से अधिक के करियर में उन्होंने कई विभागों में भी सेवा दी. सीबीआई में अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें 'रेड श्रीलेखा' नाम भी दिया गया था. करीब 33 साल की सेवा देने का बाद उन्होंने 2020 में सेवानिवृत्ति ली और राजनीति में आ गई.
श्रीलेखा सेवानिवृत्ति के बाद भी खबरों में बनी रही. साल 2017 में उन्होंने अभिनेत्री यौन उत्पीड़न मामले में अभिनेता दिलीप को झूठा फंसाए जाने को लेकर बयान दिया था. जिससे सुर्खियों में आ गई. इसके अलावा उन्होंने निष्कासित कांग्रेस नेता राहुल ममकुटाथिल के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करने में हुई देरी पर सवाल उठाकर विवाद खड़ा कर दिया था.
साल 2024 में बीजेपी में हुई थी शामिल
श्रीलेखा अक्टूबर 2024 में बीजेपी में शामिल हुईं. जब उनसे पूछा गया था कि वो क्यों बीजेपी में शामिल हो रही हैं, तो उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्रभावित होकर वो दल में शामिल हुई थी. 65 साल की आर श्रीलेखा का एक यूट्यूब चैनल भी है. वह अपने चैनल पर एक पुलिस अधिकारी के रूप में अपने अनुभवों को शेयर करती है.
क्या बन पाएंगी भाजपा की पहली महापौर
बीजेपी ने राज्य में सत्तारूढ़ एलडीएफ और कांग्रेस नीत विपक्षी यूडीएफ को चौंकाते हुए शहर के नगर निकाय में जीत हासिल की है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या केरल की पहली महिला आईपीएस अधिकारी यहां से भाजपा की पहली महापौर बनेंगी. दरअसल केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के नगर निकाय चुनाव में BJP नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने शानदार जीत हासिल की. राजग ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) को शिकस्त देकर निगम पर लगातार 45 वर्षों के वामपंथी शासन का अंत कर दिया. तिरुवनंतपुरम नगर निगम के 101 वार्ड में से BJP को 50 में, एलडीएफ को 29 में, संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ)को 19 में और दो निर्दलीय को जीत मिली है. इस जीत से स्वाभाविक रूप से श्रीलेखा को महापौर बनाने की अटकलें तेज हुई हैं.




