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सूरत एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय यात्री से 8.907 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद — ₹3.10 करोड़ की खेप जब्त, CISF–DCB–कस्टम की संयुक्त कार्रवाई

सूरत एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय यात्री से 8.907 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद — ₹3.10 करोड़ की खेप जब्त, CISF–DCB–कस्टम की संयुक्त कार्रवाई
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रिपोर्ट : विजय तिवारी

सूरत।

गुजरात के सूरत एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों ने एक अंतरराष्ट्रीय यात्री से भारी मात्रा में हाई-क्वालिटी नशे की खेप जब्त कर बड़ी सफलता हासिल की है।

सोमवार देर शाम CISF, सूरत सिटी DCB (डिटेक्शन क्राइम ब्रांच) और कस्टम विभाग द्वारा की गई संयुक्त कार्रवाई में हाइड्रोपोनिक वीड नामक महंगी और दुर्लभ श्रेणी की हाइब्रिड गांजा की खेप बरामद की गई, जिसकी अनुमानित अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत ₹3.10 करोड़ बताई जा रही है।

कैसे हुई ड्रग्स पकड़ी गई— जांच में सामने आया पूरा घटनाक्रम

एयरपोर्ट के departure टर्मिनल पर नियमित बैगेज स्क्रीनिंग के दौरान CISF कर्मियों को एक यात्री के बैग को स्कैन करते समय संदिग्ध आकृति दिखाई दी। संदेह गहराने पर बैग को अलग कर विस्तृत जांच की गई।

जांच में बैग से पॉलिथीन में पैक हाइड्रोपोनिक वीड के 8 पैकेट बरामद किए गए, जिनका वजन 4.055 किलोग्राम था। इनकी बाजार कीमत ₹1.41 करोड़ आंकी गई।

इसके बाद बैग की संरचना पर दोबारा ध्यान दिया गया, और X-ray की पुनः जांच में असामान्य मोटाई का पता चला। CISF और कस्टम अधिकारियों ने विशेषज्ञ टीम की मदद से बैग की इन-बिल्ट सीक्रेट लेयर खोलकर देखा, जहाँ से 4.852 किलोग्राम अतिरिक्त सामग्री निकल आई। इसकी अनुमानित कीमत ₹1.69 करोड़ बताई गई।

कुल बरामदगी

विवरण आँकड़ा

कुल वजन 8.907 किलोग्राम

कुल अंतरराष्ट्रीय मूल्य ₹3.10 करोड़ (अनुमानित)

हाइड्रोपोनिक वीड क्या है?

हाइड्रोपोनिक वीड एक उच्च श्रेणी की साइको-एक्टिव ड्रग है, जिसे मिट्टी के बिना नियंत्रित तापमान, आर्द्रता और पोषक घोलों की मदद से उगाया जाता है।

THC (Tetrahydrocannabinol) की मात्रा सामान्य गांजा से कई गुना अधिक

अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट्स में इसकी बहुत मांग

मुख्यतः यूरोप, कनाडा, थाईलैंड और अफ्रीका के कुछ देशों से तस्करी

कहां से आया था यात्री और किन जगहों पर सप्लाई की थी योजना

सूत्रों के अनुसार आरोपी यात्री किसी अंतरराष्ट्रीय रूट से भारत पहुंचा था और सूरत को ड्रग्स वितरण के एक नए ट्रांजिट प्वाइंट के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था।

सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं :

इस नेटवर्क में और कौन लोग शामिल हैं

भारत में किन राज्यों में इसकी खेप पहुंचाई जानी थी।

विदेशी सप्लायर की पहचान

क्या यह किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हिस्सा है।

आगे की कार्रवाई

जब्त ड्रग्स और आरोपी को आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए सूरत क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है।

पूछताछ के आधार पर कई ठिकानों पर छापेमारी की संभावना है और नेटवर्क के तार अन्य राज्यों या अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जुड़ सकते हैं।

एजेंसियों की संयुक्त सफलता

CISF ने इस ऑपरेशन को सतर्कता, दक्षता और एजेंसियों के सशक्त समन्वय का नतीजा बताया है। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि एयरपोर्ट पर ड्रग्स तस्करी के खिलाफ निगरानी और मजबूत की जाएगी।

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