सूरत टेक्सटाइल मार्केट में भीषण आग : 3.5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू, करोड़ों का नुकसान — बिजली के तार से लगी थी आग

रिपोर्ट : विजय तिवारी
सूरत के प्रमुख टेक्सटाइल हब में बुधवार तड़के लगी आग ने पूरे औद्योगिक क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया।
मल्टी-फ्लोर टेक्सटाइल कॉम्प्लेक्स के स्टोरेज सेक्शन से उठी लपटें कुछ ही मिनटों में ऊपरी मंजिलों तक पहुंच गईं, जिससे इमारत के कई हिस्से घने धुएं से भर गए। हल्की और ज्वलनशील कपड़ा सामग्री होने के कारण आग तेज़ी से फैली और पूरा परिसर धुएं के गुबार से घिर गया, जो दूर तक दिखाई दे रहा था।
फायर ब्रिगेड को 7:14 बजे कॉल, तुरंत तीन नजदीकी स्टेशनों से गाड़ियां रवाना
मुख्य अग्निशमन अधिकारी बसंत पारिख के अनुसार,
सुबह 7:14 बजे फायर कंट्रोल रूम में सूचना मिलते ही डुंभल, डिंडोली और मन दरवाजा फायर स्टेशनों से तुरंत दमकल गाड़ियां भेजी गईं।
जब टीमें मौके पर पहुंचीं तो पूरी इमारत घने धुएं से ढकी हुई थी, जिसके कारण अंदर प्रवेश करना बेहद कठिन हो गया।
जैसे-जैसे स्थिति भयावह होती गई, पूरे शहर के लगभग 22 फायर स्टेशनों से दो दर्जन दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। दमकलकर्मियों ने चारों दिशाओं से घेराबंदी कर आग को काबू में लाने की रणनीति अपनाई।
3 से 5 मंज़िलें आग की चपेट में, श्वास उपकरण के सहारे अंदर घुसे दमकलकर्मी
फायर अधिकारियों के अनुसार आग इमारत की
तीसरी, पांचवीं, और सबसे ऊपरी मंजिल पर सबसे अधिक भड़क उठी थी। धुएं की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि दमकलकर्मियों को भीतर जाने के लिए श्वास उपकरण (Breathing Apparatus) का उपयोग करना पड़ा। दुकानों में भरे कपड़ों और पैकिंग सामग्री ने आग और धुआं दोनों को बढ़ा दिया।
लगभग साढ़े तीन घंटे की लगातार मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया जा सका।
कारण की पुष्टि — बिजली के तार से लगी आग
मुख्य अग्निशमन अधिकारी बसंत पारिख ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग एक बिजली के तार में आई खराबी से लगी थी।
बिजली सप्लाई को तुरंत बंद कर दिया गया था, लेकिन तब तक आग कई मंजिलों तक फैल चुकी थी।
इस घटना ने औद्योगिक क्षेत्रों में
वायरिंग की स्थिति,
पुराने इलेक्ट्रिकल सिस्टम,
और फायर सेफ्टी उपकरणों की उपलब्धता
को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
करोड़ों रुपये का नुकसान — मशीनरी, धागा स्टॉक और तैयार माल राख
उद्योग सूत्रों और स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, आग में
हाई-वैल्यू मशीनें,
तैयार कपड़ा स्टॉक,
धागा व पैक्ड निर्यात माल,
और गोदाम सामग्री
पूरी तरह जलकर नष्ट हो गई। शुरुआती अनुमान में कई करोड़ रुपये का नुकसान बताया जा रहा है। निर्यात के कुछ महत्वपूर्ण आदेशों पर भी प्रभाव पड़ने की आशंका है।
कर्मचारी सुरक्षित, कुछ को धुएं से दिक्कत
सभी कर्मचारियों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया।
कुछ मजदूरों को धुएं के कारण सांस लेने में परेशानी हुई, जिन्हें मौके पर प्राथमिक उपचार दिया गया। कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई है।
आसपास की यूनिटें बंद, ट्रैफिक रूट बदले गए
राहत कार्यों के दौरान प्रशासन ने आसपास की कई यूनिटों को एहतियातन बंद कराया।
सुरक्षा कारणों से नजदीकी मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया ताकि दमकल गाड़ियों की आवाजाही बिना बाधा हो सके।
दमकल दल इमारत के अंदर कूलिंग और मलबे की जांच में लगा है।
प्रशासन ने पूरी इमारत को सुरक्षा कारणों से घेर लिया है और विस्तृत जांच जारी है। सटीक नुकसान और आग के फैलाव का वैज्ञानिक विश्लेषण रिपोर्ट के बाद सामने आएगा।




