गोवा अर्पोरा नाइटक्लब अग्निकांड : सिलेंडर ब्लास्ट से भीषण आग, 25 मौतें - सुरक्षा-लापरवाही पर बड़ा सवाल

रिपोर्ट : विजय तिवारी
गोवा के पर्यटन क्षेत्र अर्पोरा में शनिवार देर रात स्थित लोकप्रिय नाइटक्लब Birch by Romeo Lane में लगी भीषण आग ने 25 लोगों की जान ले ली और दर्जनों लोग बुरी तरह घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के समय क्लब में करीब सौ लोग मौजूद थे, जहां पार्टी चल रही थी। अचानक संदिग्ध गैस सिलेंडर विस्फोट के बाद आग तेजी से फैल गई और कुछ ही मिनटों में पूरा परिसर लपटों में घिर गया।
अराजक स्थिति — अफरातफरी में दबे कदम, बचने की जद्दोजहद
गलियारों में धुएँ का घना गुबार भरते ही चारों ओर चीख-पुकार मच गई। लोग भागते हुए किचन और बेसमेंट की ओर चले गए, लेकिन वहां से बाहर निकलने के रास्ते संकरे और अवरुद्ध थे, जिसके चलते अधिकांश मृत्यु दम घुटने (सफोकेशन) से हुई। कई शवों की हालत इतनी बुरी थी कि पहचान के लिए फॉरेंसिक सहायता ली जा रही है।
एक चश्मदीद ने बताया :
“डांस फ्लोर पर सब नाच रहे थे, तभी अचानक धमाके की आवाज आई और छत से आग नीचे गिरी। लोग भाग रहे थे, मगर रास्ता जैसे बंद हो गया। कई लोग अंदर ही फंस गए।”
अवैध निर्माण और सुरक्षा-उल्लंघन के आरोप
जांच में सामने आया है कि :
क्लब में फायर-सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी — न धुआं निकास प्रणाली, न अलार्म सिस्टम
इमरजेंसी एग्जिट अपर्याप्त और बेहद संकरे थे।
पिछले वर्ष क्लब को अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी हुआ था, लेकिन वह राजनीतिक/प्रशासनिक संरक्षण के कारण चालू रहा
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि क्लब में भीड़ क्षमता से अधिक लोगों को प्रवेश दिया जाता था और कई बार शिकायतें की गई थीं, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मौतों और घायलों का विवरण
25 लोगों की मौत — जिनमें क्लब स्टाफ, चार पर्यटक और तीन महिलाएँ शामिल
50 से अधिक लोग घायल, कई की हालत गंभीर
कुछ शव अभी पहचान प्रतीक्षा में, DNA नमूने लिए गए
प्रशासनिक कदम — FIR और जांच
हादसे के बाद पुलिस ने क्लब के :
मालिक, मैनेजर और संचालकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (Culpable Homicide) की धाराओं में FIR दर्ज
कुछ जिम्मेदार स्टाफ हिरासत में, मालिकों की तलाश तेज
सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच गठित की
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा :
“यह त्रासदी अस्वीकार्य है। सुरक्षा-लापरवाही साबित होने पर दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाएगी।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए मृतकों के परिवार को ₹2 लाख, घायलों को ₹50 हज़ार की सहायता की घोषणा की।
राष्ट्रीय स्तर पर बहस — क्या मनोरंजन स्थलों पर जान जोखिम में?
यह हादसा देश मे जनसुरक्षा बनाम व्यावसायिक मुनाफा के सवाल खड़ा कर गया है:
क्या क्लब और बड़े आयोजन स्थल सुरक्षा मानकों पर समझौता कर रहे हैं?
क्या नियमों को पैसे और प्रभाव से कुचला जा रहा है?
क्या प्रशासनिक निगरानी व्यवस्था विफल है?
भविष्य के लिए सीख
6-महीने में अनिवार्य फायर-ऑडिट
दो या अधिक आपात निकास का कानूनन प्रवर्तन
भीड़ क्षमता सीमा का पालन
प्रशिक्षणयुक्त स्टाफ और Evacuation Drill
अवैध निर्माण या फर्जी NOC पर जीरो टॉलरेंस
गोवा की यह भयावह रात सिर्फ एक हादसा नहीं — यह चेतावनी है कि मनोरंजन के नाम पर चल रहे लाभ-केंद्रित ढांचे के नीचे सुरक्षा का खून नहीं होना चाहिए। 25 जिंदगियों की कीमत पर मिली यह सीख बताती है: नियमों का पालन वैकल्पिक नहीं — जीवन की रक्षा सर्वोच्च है।




