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वडोदरा : मधुभाई श्रीवास्तव का दावा — “ग्राम्य, नगरपंचायत, तालुका से जिला पंचायत तक — सभी जाति-समाज के लोगों को शामिल करूंगा; भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त लड़ाई”

वडोदरा : मधुभाई श्रीवास्तव का दावा — “ग्राम्य, नगरपंचायत, तालुका से जिला पंचायत तक — सभी जाति-समाज के लोगों को शामिल करूंगा; भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त लड़ाई”
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रिपोर्ट : विजय तिवारी

वडोदरा।

वडोदरा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक मधुभाई श्रीवास्तव ने आगामी स्थानीय और क्षेत्रीय चुनावों को लेकर विस्तृत रणनीति का ऐलान करते हुए कहा है कि वे ग्राम्य, नगर निगम परिषद/नगरपंचायत, तालुका (तहसील) और जिला पंचायती राज चुनावों में सभी जाति-समाज के लोगों को बराबर भूमिका देंगे और केवल उन्हीं उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा जो सच्ची जनसेवा और विकास के लिए समर्पित हों।

मधुभाई ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर ऐसे सही और ईमानदार व्यक्तियों को कार्यभार सौंपना है जो क्षेत्र के विकास, बुनियादी ढांचे और पारदर्शिता पर काम करें। उन्होंने स्पष्ट किया, “जो लोग करप्शन में लिप्त हैं या किसी दो-नंबरी धंधे से जुड़े हैं, उनके खिलाफ हम लड़ाई लड़ेंगे। हम ऐसे लोगों को आगे नहीं लाएंगे — बस वादे नहीं, काम चाहिए।”

उन्होंने बताया कि उनके संगठन की दृष्टि स्थानीय प्रशासनों में निर्णायक भूमिका निभाने वाले प्रतिनिधियों का चुना जाना है ताकि विकास योजनाएँ जमीन पर पहुँचें। मधुभाई ने कहा, “गांवों से लेकर शहर तक — हर स्तर पर जनसेवा की प्राथमिकता होगी। जिस उम्मीदवार का रिकॉर्ड सफाई और विकास के पक्ष में होगा, वही हमारी प्राथमिकता होगा।”

तीसरे राजनीतिक विकल्प पर मधुभाई ने कहा कि इस पहल को लेकर तीन-चार राजनीतिक दलों के साथ बातचीत चल रही है और फार्मेशन की प्रक्रिया में एक निशान (चिन्ह) चुनने पर भी चर्चा हो रही है। उन्होंने यह भी जोर दिया कि उनका मकसद किसी बड़ी पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करना नहीं, बल्कि स्थानीय स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही लाना है। मधुभाई ने कहा, “भाजपा और कांग्रेस के प्रति हमारा कोई मतभेद नहीं कि हम केवल बयानबाजी करें — पर जहाँ भी अंदर रहकर भ्रष्टाचार हो रहा है, उसके असली चेहरे को जनता के सामने बेनकाब जरूर करूंगा।”

उनके समर्थकों का कहना है कि मधुभाई का यह कदम वडोदरा के राजनीतिक परिदृश्य में नया विकल्प पेश कर सकता है, खासकर तब जब स्थानीय मुद्दे और विकास रोज़मर्रा की राजनीति का केंद्र बनते जा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नेता भी मानते हैं कि अगर टिकट-निर्धारण पारदर्शी और क्षेत्रीय आवश्यकताओं के मुताबिक हुआ तो यह पहल जनहित में असर दिखा सकती है।

मधुभाई ने आगामी दिनों में संगठन की औपचारिक रूपरेखा और उम्मीदवारों की सूची की घोषणा का संकेत दिया है। उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं से तैयार रहने को कहा और विश्वास जताया कि उनका नया संगठन गांव-शहर के विवादास्पद तथा भ्रष्ट मामलों के विरुद्ध एक ठोस विकल्प के रूप में उभरकर सामने आएगा।

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