बिहार चुनावी हलचल के बीच मोकामा से बड़ी खबर: बाहुबली नेता और जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह गिरफ्तार, NDA में मचा सियासी भूचाल

डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी
पटना / मोकामा |
बिहार की सियासत में शनिवार देर रात बड़ा धमाका हुआ। मोकामा के बाहुबली नेता और जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को पुलिस ने जन सुराज समर्थक और आरजेडी नेता दुलारचंद यादव हत्याकांड में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो और एनडीए का चुनावी प्रचार अभियान अपने चरम पर है, जिससे राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है।
देर रात हुई हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा और डीएम त्यागराजन एस.एम. के नेतृत्व में बनी विशेष पुलिस टीम ने देर रात बाढ़ स्थित अनंत सिंह के आवास पर छापेमारी की।
करीब दो घंटे तक चली तलाशी के बाद उन्हें उनके दो सहयोगियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी चुनाव आचार संहिता के गंभीर उल्लंघन और हत्या के केस में सबूत मिलने के आधार पर की गई है।
गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पटना लाया जा रहा है, जबकि मोकामा में पुलिस ने एहतियातन धारा 144 लागू कर दी है और इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
हत्या मामले में बड़ा खुलासा
30 अक्टूबर को जन सुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में प्रचार के दौरान उनके चाचा और आरजेडी नेता दुलारचंद यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
शुरुआती रिपोर्ट्स में मौत को गोली लगने का मामला बताया गया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दुलारचंद यादव की मौत किसी वाहन से कुचले जाने के कारण हुई थी।
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि "पोस्टमार्टम में अंदरूनी और बाहरी चोटों के निशान मिले हैं, हालांकि कोई गोली का जख्म नहीं मिला।"
उन्होंने यह भी कहा कि सीआईडी की एक टीम जांच में जुटी है और घटना से जुड़े कई तकनीकी साक्ष्य जुटाए गए हैं।
पीड़ित परिवार की प्रतिक्रिया
जन सुराज के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी का स्वागत करते हुए कहा,
> “यह हमारे परिवार के लिए राहत की बात है। एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अब तक कार्रवाई नहीं हुई थी। देर से ही सही, लेकिन अब न्याय की उम्मीद बढ़ी है।”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब अनंत सिंह “50 वाहनों के काफिले में खुलेआम प्रचार कर रहे थे, तब पुलिस ने पहले कार्रवाई क्यों नहीं की?”
एनडीए में सियासी भूचाल
अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने एनडीए खेमे में गहरी हलचल मचा दी है।
जेडीयू के रणनीतिकारों के लिए यह चुनावी झटका माना जा रहा है, क्योंकि मोकामा सीट पर मुकाबला पहले से ही बेहद रोचक था।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरफ्तारी “एनडीए के नैतिक और राजनीतिक संतुलन” को प्रभावित कर सकती है, वहीं विपक्ष ने इसे “चुनावी माहौल बदलने वाला मोड़” बताया है।
चुनाव आयोग की नजर
घटना के बाद चुनाव आयोग ने पूरी रिपोर्ट तलब की है और मोकामा में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर विशेष नजर रखी जा रही है।
बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे —
पहला चरण 6 नवंबर, जबकि दूसरा चरण 11 नवंबर को संपन्न होगा।
ऐसे में इस गिरफ्तारी ने चुनावी माहौल को और संवेदनशील बना दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ अनंत सिंह का संदेश
गिरफ्तारी के कुछ देर बाद अनंत सिंह के आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर किया गया, जिसमें उन्होंने लिखा —
> “सत्यमेव जयते। मुझे मोकामा की जनता पर पूरा भरोसा है। अब चुनाव मोकामा की जनता लड़ेगी।”
इस पोस्ट के साथ एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें उन्हें पुलिस के साथ जाते हुए देखा जा सकता है।
मोकामा की यह हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी न केवल बिहार की राजनीति का केंद्र बिंदु बन गई है, बल्कि यह आने वाले विधानसभा चुनाव के राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे सकती है।
अब सबकी निगाहें सीआईडी की जांच और चुनाव आयोग की कार्रवाई पर टिकी हैं, जो यह तय करेगी कि इस केस का असर चुनावी नतीजों पर कितना गहराई से पड़ेगा।




