चौकीदार ने काले धन वालों को देश से जाने दिया : अखिलेश यादव

मऊ, । सपा और बसपा के गठबंधन प्रत्याशी अतुल राय के समर्थन में बुधवार दोपहर सपा मुखिया अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती की जनसभा हो रही है। जनसभा को सबसे पहले अतुल राय की पत्नी प्रियंका राय ने संबोधित कर जनता की अदालत से न्याय मांगा। कहा इस मुश्किल घड़ी में आपका जो आशीर्वाद मिल रहा है, उसके लिए हम हमारा परिवार आजीवन आभारी रहेगा। आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मेरे पति को रोकने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। सपा बसपा के संयुक्त जनसभा के लिए समर्थकों की भारी भीड़ सुबह से ही कार्यक्रम स्थल पर मौजूद है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती और आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह घोसी और देवरिया में बुधवार को संयुक्त महारैली हो रही है। इसी कडी में सबसे पहले घोसी में जनसभा को संबोधित करने दोपहर 12.30 बजे पहुंचे नेताओं ने सबसे पहले जनता का अभिवादन किया। घोसी में दोनों पार्टियाें की संयुक्त जनसभा में सपा और बसपा के झंडों से सभा स्थल दोपहर होते हाेते भर चुका था। जनसभा में प्रियंका राय व अतुल राय के छोटे भाई ने हाथी प्रतीक चिह्न बसपा मुखिया मायावती को भेंट किया।
मायावती ने लगाया आरोप
भाजपा पर आरोप लगाते हुए बसपा मुखिया मायावती ने केंद्र व राज्य सरकार पर वार किया। समाज के विभिन्न वर्गों को अच्छे दिन के वायदों को लेकर भी सवाल उठाते हुए पूंजीपतियों को और ज्यादा धनवान बनाने की चौकीदारी करने का आरोप लगाया। कहा कि उप्र में भाजपा सरकार ने अपने छोडे गए आवारा जानवरों के द्वारा किसानों को तंग किया है। जातिवादी, पूंजीपति सोच के कारण गरीबों, दलितों, पिछडों और मुस्लिमों का विकास नहीं हो सका है। पूरे देश में दलितों आदिवासियों व पिछडों के लिए नौकरियों का आरक्षण का कोटा खाली है। कांग्रेस भाजपा व अन्य विरोधी पार्टियों पर भी आरक्षण को लेकर सवाल उठाया। नोटबंदी व जीएसटी के जल्दबाजी में लागू करने का अराेप लगाते हुए कहा कि इससे व्यापारी और मध्यमवर्ग प्रभावित हुए हैं।
चुनाव में कांग्रेस भाजपा व विरोधी पार्टियों को केंद्र की सत्ता में काबिज नहीं होने देना है क्योंकि इनको आजमाया जा चुका है। विरोधी पार्टियों के बहकावे में जनता को नहीं आना चाहिए क्योंकि यह जीतने के बाद लोगों का विश्वास तोड़ती हैं। हमारी सरकार को मौका मिलता है तो हर गरीब को रुपया के बजाय स्थाई रोजगार की व्यवस्था करेगी। कहा कि अब पीएम अपनी जाति हर तीसरे दिन बदल देते हैं कभी गरीब कभी फकीर भी बताते हैं। सच्चार्इ है कि यह अति पिछडे नहीं है और यह अगडी जाति के हैं। राजनीतिक स्वार्थ में पीएम ने अपनी जाति बदली है। यह नकली नहीं फर्जी पिछडे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव असली हैं।
भाजपा ने गठबंधन तोडने के लिए भ्रम भी पैदा किया है लेकिन सफलता नहीं मिली है, जिससे वह दुखी हैं। यह गठबंधन और मजबूत होगा और उप्र में भी योगी सरकार को हटाने तक जारी रहेगा। कुछ महिलाओं से पुराने मामलों को उठाया जा रहा है। यहां गठबंधन के उम्मीदवार को इसका शिकार होना पड़ा है। महिलाआें के मामले में पार्टी महिलाआें का पूरा सम्मान करती है। मगर सत्ता का दुरुपयोग कर रही है, बसपा प्रत्याशी के साथ ऐसा किया गया है। पत्नी और भाई आपसे वोट की अपील करने के लिए मौजूद हैं।
बोले अखिलेश यादव
मऊ में घोसी लोकसभा को सबोधित करते हुए अखिलेश यादव बोले कि - जो पहले से हार मान चुके हैं उनका क्या परिणाम होगा। सपा कार्यकर्ताओं की भी जिम्मेदारी है। यह देश का चुनाव हो रहा है यह पहली बार अलग रंग में दिख रहा है, इस बार चुनाव का रंग बदल गया है चारों ओर नीला-लाल और हरा दिख रहा है। पांच साल का इनसे हिसाब लेना है। बाबा मुख्यमंत्री का हिसाब जोड दें तो सात साल होता है। भाजपा ने जो वादा किया सब भूल गए। जो सपने दिखाए थे वो पूरे नहीं हुए। कहां हैं अच्छे दिन। किसान भाइयों को भरोसा दिलाया था कि किसानों को लागत का डेढ गुना मुनाफा मिल जाएगा। डीजल पेट्रोल महंगा कर दिया। किसानों को लाभ नहीं मिला। दो करोड़ नौकरी नहीं दे पाए। हमारी माताएं हैं इनको गैस दे दिया सिलेंडर इतने महंगे कर दिए तो नहीं भरवा पा रहीं। नोटबंदी की थी तो किसको फायदा पहुंचा। बुनकरों का कारोबार रोक दिया। अर्थ व्यवस्था को रोकने का काम भाजपा ने किया। उद्योगपति भारत छोडकर जा रहे हैं। जिन्होंने नोटबंदी के दौरान रुपया बटोरा वह भारत छोडकर चले गए। हमारे देश से कारोबारी चले जाएंगे तो देश खुशहाली के रास्ते पर कैसे जाएगा। वहीं हमारे अर्थ व्यवस्था को खत्म करने का काम किया है।
जिन्होंने भरोसा किया सपने देखे वह नौकरी मांगने गए तो पकोड़े तलने को कह दिया। चाय वाले बनकर आए थे, कैसी लगी। जो चाय वाला बनकर आए वो चौकीदार बन गए वो जो चौकीदार बनकर आए हैं उन्होंने काले धन वालों को जाने दिया। चौकीदार की चौकीदारी छीननी है। यूपी की कानून व्यवस्था कैसी चल रही है। रायबरेली में उल्टी गाड़ी दिख रही है। बाबा मुख्यमंत्री कह रहे हैं ठोंक दो। इनके सांसद और विधायक भी ठोंको नीति पर चल रहे हैं। सांसद को नहीं रोका होता तो 21 जूतों की सलामी थी। प्रदेश को बर्बाद कर दिया, सम्मान की नौकरी पुलिस को पहले लगती थी अब नहीं है। थाने की बुराई सौ नंबर में आ गई। कानून व्यवस्था के नाम पर न्याय नहीं हो रहा है।
अगर वो टोंटी खोज सकते हैं तो चिलम भी खोजी जा सकती है। बुनियादी सवाल है किसान, माता बहनों की खुशहाली हो, रोजगार मिले। आज दुनिया में सबसे पीछे हम जा रहे हैं। भुखमरी में सबसे आगे हैं। पांच साल में कर्जा दोगुना होकर सत्तर लाख करोड़ हो गया। नोटबंदी के फायदे नहीं बता रहे हैं। जीएसटी नोटबंदी से देश पीछे चला गया तो कहते हैं नया भारत बनाना चाहते हैं। पीएम महामिलावट कहते हैं तो 38 दलों वाले गठबंधन को क्या कहेंगे। हमें दूसरे मुददों में उलझा रहे हैं। आप आजमगढ़ के पड़ोसी जिले हैं हवा किस तरफ है जानते हैं। गठबंधन से घबरा गए हैं तो मुद्दे बदल रहे हैं। जब चाहे तब मुकदमे लगा दें। जिसके हाथ में सरकार उसका व्यवहार बदल जाता है। यहां के प्रत्याशी के खिलाफ पुलिस लगा दी।
अतुल राय पर संकट के बादल
मऊ में घोसी लोकसभा सीट से सपा और बसपा गठबंधन के प्रत्याशी अतुल राय पर वाराणसी लंका में एक युवती ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। 23 मई तक गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी है। जिसकी 17 मई को सुनवाई होगी।