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चुनाव 2019

इस बार देश को गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री मिलेगा- अखिलेश यादव

इस बार देश को गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री मिलेगा- अखिलेश यादव
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अखिलेश को भरोसा है कि इस बार देश को गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री मिलेगा। वह पहले भी कई मौकों पर यह कह चुके हैं। अखिलेश ने कहा कि क्षेत्रीय दलों ने देश को कई प्रधानमंत्री दिए हैं। उनका मानना है कि गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी फ्रंट बड़ा होगा।

'इस बार बनेगा गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेसी फ्रंट'

अखिलेश ने कहा, 'ऐसे कई गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेसी दल हैं जो जीत रहे हैं। केसीआर, नायडू सभी गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी सरकार की कोशिश कर रहे हैं। ममता दीदी ने हमें कॉल किया और हम सभी वहां गए। यह एक प्रयोग होगा जो 23 मई के बाद देखने को मिलेगा.. पहले भी कई क्षेत्रीय दलों ने प्रधानमंत्री दिए हैं लेकिन इस बार यह एक बड़ा गैर-बीजेपी, गैर- कांग्रेस फ्रंट बनेगा।'

'जनता के रेडार को गुमराह नहीं कर सकते पीएम'

पीएम मोदी कह रहे हैं कि गैर-बीजेपी सरकार का मतलब राष्ट्र की सुरक्षा से समझौता है, इस पर अखिलेश ने पलटवार करते हुए कहा,

'हम राष्ट्रीय सुरक्षा से किस समझौते की बात कर रहे हैं? लोग जानते हैं और बखूबी समझते हैं कि पीएम क्या बोल रहे हैं। जनता रेडार है और आप उसे गुमराह नहीं कर सकते। क्या आप सोच सकते हैं कि हमारे प्रधानमंत्री क्या कह रहे हैं? क्या यह संभव है कि अगर बादल हों तो रेडार सिग्नल नहीं पकड़ सकता।'

'पिता ने देश को सर्वश्रेष्ठ विमान सुखोई दिया'

बता दें कि एक निजी न्यूज चैनल के इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा था, 'एयर स्ट्राइक के दौरान मौसम अचानक खराब हो गया था। एक्सपर्ट्स का विचार आया कि तारीख बदल दी जाए लेकिन मुझे गोपनीयता का खयाल आया। मैंने सोचा कि इतने बादल हैं तो एक फायदा है कि हम रेडार से बच सकते हैं और बादलों का फायदा भी मिल सकता है। मैंने कहा ठीक है इसी मौसम में जाइए।' अखिलेश ने आगे कहा, 'जनता की रेडार ने सारे सिग्नल, सारे झूठ पकड़ लिए हैं। मेरे पिता ने देश को सर्वश्रेष्ठ एयरक्राफ्ट सुखोई दिया। क्या इसके बाद कोई नया एयरक्राफ्ट बनाया गया? यूपी ने सैन्यबलों को सबसे अधिक योगदान दिया है।'

'हमने हर जाति और समुदाय के लोगों को टिकट दिया'

एसपी-बीएसपी और आरएलडी के गठबंधन के आगे जारी रहने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि हमारी कोई एक्सपायरी डेट नहीं है। वहीं, यादव, गैर-यादव ओबीसी, जाटव, गैर-जाटव दलित और मुस्लिमों को साथ लाने के लिए रणनीति के सवाल पर अखिलेश ने बताया, 'हमने सभी समुदायों और जातियों से लोगों को टिकट दिए हैं। जब आप सबको टिकट देते हैं तो सब एकजुट होकर साथ में आ जाते हैं।' अखिलेश ने कहा कि उन्हें लगता कि उनके इस कदम से वह इस वर्ग को बीजेपी से दूर करने में सफल रहे हैं।

'हम हार गए क्योंकि हम अपनी योजनाएं जनता तक नहीं पहुंचा सके'

अखिलेश ने कहा, 'महागठबंधन खुद में एक बड़ा विचार है। गरीबों और पिछड़ों के जीवन में पिछले पांच साल में कोई बदलाव नहीं आया। एक अच्छी सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए कि वह जनता को सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा दे और किसानों को मंडियां दे जहां उन्हें अच्छे दाम मिल सके।' उन्होंने यह भी कहा, 'हमने कई सामाजिक कल्याणकारी योजनाएं चलाईं लेकिन हम पिछला चुनाव हार गए क्योंकि हम उसे ठीक तरीके से जनता तक नहीं पहुंचा पाए। इस बार हमने बीएसपी और आरएलडी के साथ हाथ मिलाया है ताकि सभी को खासकर कमजोर वर्ग को साथ लिया जा सके। हमारे पास योजनाएं और भरोसा था लेकिन हम अलग-अलग लड़ रहे थे। इस बार हम साथ लड़ रहे हैं यही सबसे बड़ा विचार है।'

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