शिवपाल ने लखनऊ से कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम को दिया समर्थन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ बीजेपी का एक मजबूत किला मानी जाती है. अब सोमवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम को समर्थन देने का ऐलान किया है. शिवपाल के इस समर्थन के पीछे कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. दरअसल बीजेपी का इस सीट पर दो दशकों से कब्ज़ा है. इस बार राजनाथ सिंह के सामने कांग्रेस के आचार्य प्रमोद कृष्णम ताल ठोक रहे हैं. आचार्य प्रमोद कृष्णम संभल के कल्कि धाम के पीठाधीश्वर हैं. वहीं गठबंधन की तरफ से शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा मैदान में हैं.
एक बात तो तय है कि इस सीट पर बीजेपी को मात देनी है तो विपक्षी पार्टी को पुराने लखनऊ का दिल जीतना होगा. लिहाजा कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद का पूरा फोकस पुराने लखनऊ में है. ये यहां शिया और सुन्नी धर्मगुरुओं से भी मिल रहे हैं. गठबंधन की प्रत्याशी पूनम सिन्हा की नजरें भी पुराने लखनऊ पर टिकीं हैं. सभी दलों की चुनावी रणनीति के केंद्र में इस वक्त पुराना लखनऊ है. माना जाता है कि यहां के वोटरों का समर्थन मिला तो आधा काम पूरा समझिए.
बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने राजनाथ को घेरने की कोशिश की है. क्योंकि आचार्य प्रमोद के लिए कहा जाता है कि वे शिया संप्रदाय के बारे में अच्छी जानकारी रखते हैं. वे इराक में शियाओं के प्रसिद्द धर्मस्थल के नजफ़ भी रहे हैं. कहा जा रहा है कि इस बार राजनाथ के लिए परिस्थितियां उतनी अनुकूल नहीं है, प्रमोद कृष्णम राजधानी में शियाओं के चार बड़े धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास, मौलाना यासूब अब्बास, और मौलाना कल्बे जव्वाद से भी मिल चुके हैं. इतना ही नहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता और शिया संप्रदाय से आने वाली जीशान हैदर नामांकन के दौरान उनके प्रस्तावक भी बने.




