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50 लाख में बिकी भैंस, आठ करोड़ लगी भैंसा की कीमत

मोगा : यहां एक भैंस 50 लाख रुपये में बिकी। जी हां ! आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं एक भैंसे की कीमत आठ करोड़ रुपये लगी, लेकिन उसके मालिक ने उसे बेचने से मना कर दिया। मोगा के जगजीत सिंह की इस भैंस को खरीदा है जम्मू-कश्मीर के राजौरी के माेबिन मलिक ने। भैंसा भी जगजीत का ही है। उन्होंने भैंस का नाम रानी और भैंसा का नो रोडी रख रखा है।

यह सौदा साबित करता है कि शौक और जुनून के आगे सब कुछ फीका है। आज के दौर में जब 20 से 25 लाख रुपये तक की लग्जरी गाड़ी खरीदनी हो तो आदमी कई बार सोचता है, लेकिन मोबिन मलिक का कहना है कि शौक का कोई मूल्य नहीं होता है। वह काफी लंबे अरसे से इस तरह की भैंस खरीदने की चाह में थे।

मोगा जिले के गांव रोडे के रहने वाले किसान जगजीत सिंह कहना है कि यह भैंस उनके परिवार की सदस्य तरह है। उसको बेच देने से परिवार को उसकी कमी बेहद खलेगी। माेबिन ने बताया कि उन्हें भैंसे के बारे में जानकारी मिली थी। वह उसे खरीदने के लिए यहां आए थे।

भैंस और भैंसा के साथ जगजीेत सिंह, माेबिन मलिक व उनके परिवार के सदस्य।

उन्होंने कहा, भैंसे की कीमत आठ कराेड़ रुपये तक लगाई , लेकिन जगजीत ने इसे बेचने से मना कर दिया। इसके बाद उन्हें भैंस पसंद आ गई और उन्होंने उसे 50 लाख रुपये में खरीद ली। वह यह सौदा करके बेहद खुश हैं, लेकिन भैंसा न खरीद पाने से निराश हैं।

किसान जगजीत सिंह के परिजन रावी नस्ल की इस भैंस को अपने परिवार का सदस्य समझते हैं। उनका भी कहना है कि अब परिवार को हमेशा उसकी कमी खलेगी।
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भैंस ने माघी मेले में जमाई थी धाक

किसान जगजीत सिंह ने बताया कि साढ़े चार साल की उम्र वाली इस भैंस ने वर्ष 2014 और वर्ष 2015 में मुक्तसर में हुए माघी मेले में तीन लाख रुपये का पुरस्कार सहित कई ईनाम जीते हैं। इसने अब तक अब तक सात लाख रुपये की नगद राशि जीती है।

रोजाना देती है 24 लीटर दूध

जगजीत ने बताया कि इस भैंस द्वारा जन्म दिए गए पहले कटड़े को उन्होंने फिरोजपुर के रहने वाले एक व्यक्ति को दो लाख रुपये में बेचा था इसका एक और कटड़ा भी है। यह भैंस रोजाना 24 लीटर दूध देती है।
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पिता जी की इच्छा के कारण नहीं बेचा सांड

जगजीत सिंह ने बताया कि भैंसा खरीदने के लिए मलिक ने इसकी कीमत आठ करोड़ रुपये लगाई थी, लेकिन वह इसे किसी कीमत पर नहीं बेच सकते। उनके पिता केहर सिंह ने इस भैंसे को बेचने से मना किया था। अब वह इस दुनिया मे नहीं हैं, लेकिन उनकी बात को हम कभी नहीं टाल सकते।

जगजीत ने कहा कि उन्होंने भैंसा बेचने से मना कर दिया तो माेबिन मलिक को भैंस पसंद आ गई। उन्होंने भैंस की कीमत 50 लाख रुपये लगाई तो वह इसे बेचने के लिए राजी हो गए।

भैंसा जीत चुका है 20 लाख रुपये से अधिक का ईनाम

उन्होंने बताया की पिछले 2010 से लगातार मुक्तसर मेले में यह भैंसा आज तक 20 लाख से ज्यादा की नगद राशि जीत चुका है। जगजीत सिंह के अनुसार, भैंसे का वजन 14 क्विंटल 50 किलो है और इसका कद 690 इंच है। रोजाना इसे चार किलोमीटर की सैर करवाई जाती है।

जगजीत ने बताया कि भैंस व भैंसा के चारे पर हर माह करीब 45 हजार रुपये का खर्च आता है। दोनों को वह अन्य चारे के अलावा गाजर, सोयाबीन और तारामीरा (सरसों की तरह दाना) खाने काे देते हैं।
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पहले भैंसा बेचने को हो गए थे तैयार, लेकिन परिवार ने कर दिया मना

जम्मू के रहने वाले मोबिन मलिक ने बताया कि शौक का कोई मोल नहीं होता, उन्हें इस भैंसे के बारे में एक पत्रिका से पता चला तो इनसे संपर्क किया। पहले तो जगजीत सिंह इसे बेचने के लिए राजी हो गए व वह इसके लिए आठ करोड़ रुपये देने के लिए तैयार हो गए थे, लेकिन बाद में मना कर दिया। जगजीत ने उनसे कहा कि परिवार वाले भैंसे को बेचने के लिए तैयार नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने 50 लाख रुपये में भैंस खरीदी ली।
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