पंचानवे हजार पांच सौ हेक्टेयर किसानों की फसल बर्बाद

दर्दनाक मंजर
पंचानवे हजार पांच सौ हेक्टेयर किसानों की फसल बर्बाद, 15 लोगो ने गवाई जान राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को दिया चार लाख
मीरजापुर
प्राकृतिक आपदा प्रभावितों को दी जाएगी हर संभव मदद प्रभारी मंत्री पर्यावरण मंत्री जंतु उद्यान विभाग प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान ने रविवार को अष्टभुजा डाक बंगले पर प्रकृति प्रभावित लोगों के परिजनों को राहत प्रमाण पत्र वितरित करते हुए कहा कि जिले के 15 लोगों ने अपनी जान इस आपदा में गवाही है जिनके परिजनों के प्रति सरकार गंभीर है जिन्हें सरकार की ओर से हार्दिक भुगतान किया जाएगा इस दौरान प्रभारी मंत्री ने 11 मृतक लोगों के परिजनों को राहत प्रमाण पत्र वितरित करते हुए बताया कि जिले के आठ मृतक परिवार के लोगों के खाते में मुख्यमंत्री द्वारा राहत राशि उनके खाते में भेज दिया गया उनके खाते में राशि भेजी जा रही है जिला अधिकारी सुशील पटेल ने बताया कि जिले के चुनरी लाल गंज सदर तहसील क्षेत्र 11 व 12 मार्च को आकाशीय विद्युत चक्रवात अतिवृष्टि आदि से कुल 15 लोगों की मौत हुई है जिनके खाते में चार चार लाख की सहायता राशि शासन द्वारा भेजा गया है जिनमें कोटला देवी पत्नी अमरनाथ निवासी गोसीपुर सदर, अमित पुत्र जगरदेव देवपुरा मडिहान, राजेश यादव पुत्र सीताराम गौरा सदर, चमेली देवी पत्नी पखंडू रामगयाघाट सदर, बिंदिया पुत्री मनोज गोपालपुर राजापुर सदर, विक्कू पुत्र सुनील कांत पांडेय कालीखोह सदर, राजेश कुमार पटेल पुत्र प्रभु नारायण मोहद्दीनपुर चुनार, तेतरा पत्नी में मेघुपाल इमिलियाचट्टी, गंगा देवी रामसगरा पोखरा, आलम पुत्र अविनाश फुलवारी चुनार,जगिनाथ पुत्र देवसरन परसिया लालगंज, खिलाड़ी पुत्र चिखुड़ी रामपुर देवीदीन व जंगाली उर्फ जमुना लालगंज शामिल है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के लालगंज के 70 तथा 96 के 33 गांव इस आपदा ने सर्वाधिक बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं जबकि जनपद में प्रकृति प्रभावित 15 लोगों की जान गई है इसके अतिरिक्त 174 पशुओं की हानि हुई है कुल 314 घर कच्चे-पक्के और झोपड़ी आज को मिलाकर प्रभावित हुए हैं 95 हजार 500 हेक्टेयर गेहूं चना,मटर, अरहर की खेती प्रभावित हुई है। जिसका आकलन संबंधित चित्रों के राजस्व कर्मियों के जरिए किया गया है बताया कि यह तत्कालीन आंकड़ा है एक बार फिर से आंकड़ा कराया जाएगा ताकि कोई भी प्रभावित व्यक्ति किसान वंचित रह ना जाए जिलाधिकारी ने बताया क यह तत्कालीन आंकड़ा है एक बार फिर से आंकड़ा कराया जाएगा ताकि कोई किसान वँचित रह न जाएं।
रिपोर्ट:-बृजेन्द्र दुबे मीरजापुर