आरजेडी ने भी कांग्रेस को दिया जोर का झटका, दोनों सीटों पर उतारे RS प्रत्याशी

कांग्रस को आरजेडी ने भी उसे जोर का झटका दिया है. आरजेडी ने अपने हिस्से के दो राज्यसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के पर्चे भी दाखिल करवा दिए जबकि कांग्रेस उसे लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए वादों की याद दिलाती रह गई.
आरजेडी के राज्यसभा सांसद और पुराने कारोबारी प्रेमचंद गुप्ता को टिकट मिलना तो तय माना जा रहा था लेकिन नए खिलाड़ी अमरेन्द्रधारी सिंह को आरजेडी का टिकट मिलना सबको चौंका गया. यहां तक कि आरजेडी के नेता भी उन्हें नहीं जानते थे क्योंकि पर्चा दाखिल करने से पहले किसी ने उन्हें देखा भी नहीं था.
अमरेन्द्रधारी सिंह पटना के रहने वाले है और बड़े कारोबारी है. जाति से भूमिहार हैं और देश के कई हिस्सों में उनका कारोबार फैला हुआ है. आरजेडी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए अधिकृत किया था. लालू प्रसाद ने ही प्रेमचंद गुप्ता और अमरेन्द्रधारी सिंह की उम्मीदवारी पर मुहर लगाई और गुरूवार को दोनों ने अपना पर्चा भी दाखिल कर दिया.
आरजेडी के इस फैसले से कांग्रेस सकते में हैं क्योंकि उसे भरोसा था कि आरजेडी लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए वादे को पूरा करते हुए एक सीट कांग्रेस को देगी. बीजेपी से आए बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा को राज्यसभा भेजकर कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने के गम को कम करने की कोशिश करती लेकिन कांग्रेस हाथ मलती रह गई. आरजेडी ने वादों को भुलाते हुए अपने दोनों उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं.
तेजस्वी ने कहा कि हम लोगों ने कांग्रेस को बहुत मौका दिया है और हर बार कांग्रेस को साथ लेकर चलने का काम किया है, आगे भी यह कोशिश जारी रहेगी.
लेकिन कांग्रेस का कहना है कि गठबंधन में इस तरह का व्यवहार उचित नही है. कांग्रेस के प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने आरजेडी के द्वारा उनके बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के पत्र को फर्जी कहने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई. आरजेडी के इस एक तरफा फैसले से कांग्रेस खेमे में नाराजगी है और इसका असर आने वाले विधानसभा चुनाव और महागठबंधन के अस्तित्व पर भी पड़ सकता है.