शाह बोले, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की संपत्ति जब्त होगी

नई दिल्ली, । संसद में दिल्ली हिंसा के मसले पर चर्चा हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा में केंद्र सरकार का पक्ष रख रहे हैं। शाह ने बताया कि दिल्ली हिंसा के मामले में अब तक 700 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और 2647 लोग गिरफ्तार किए गए हैं या फिर उनको हिरासत में लिया गया है। हमारी सरकार इस दंगे में शामिल किसी भी शख्स को नहीं बख्शेगी। दिल्ली पुलिस वैज्ञानिक आधार पर हिंसा की घटनाओं की छानबीन कर रही है।
- दिल्ली में हिंसा करने वालों को पैसे भी पहुंचाए गए। हम इसकी तह तक जाएंगी। हिंसा के जिम्मेदार लोगों को हर हाल में बाहर निकालेंगे। इस दंगे में 52 भारतीयों की मौत हुई है। 526 भारतीय घायल हुए हैं। हिंसा में 300 से ज्यादा भारतीयों के घर जलाए गए हैं। हम सदन को आश्वस्त करते हैं कि आगजनी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से नुकसान की भरपाई की जाएगी।
- केंद्रीय गृहमंत्री ने बताया कि करीब 300 लोग उत्तर प्रदेश से दिल्ली में हिंसा करने के लिए आए थे। उत्तर प्रदेश से जिन चेहरों की पहचान उजागर हुई उससे साबित होता है कि हिंसा की घटनाएं एक साजिश के तहत अंजाम दी गईं। हिंसा में इस्तेमाल होने वाले करीब 50 हथियार जब्त किए गए हैं। दिल्ली में हुई हिंसा पूरी तरह से सुनियोजित थी जिसकी जांच के लिए SIT की दो टीमें गठित कर दी गई हैं।
- शाह ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए कुल 40 टीमें गठित की गई हैं। हिंसा से जुड़े हर पहलू की जांच की जा रही है। हिंसा के पीछे की साजिशों की भी जांच की जा रही है। निर्दोश लोग परेशान नहीं हों इसके लिए वैज्ञानिक आधार पर छानबीन की जा रही है। दंगे की हिमाकत करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। जिन इलाकों में हिंसा हुई उनकी सीमा उत्तर प्रदेश से लगती है।
- केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि दिल्ली में भड़की हिंसा को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सराहनीय काम किया है। दिल्ली पुलिस ने 36 घंटों के भीतर हिंसा पर काबू पाया। मैं दिल्ली हिंसा में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। जो लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं उनके प्रति भी अपना दुख व्यक्त करता हूं और जल्द उनके ठीक होने की कामना करता हूं। दिल्ली पुलिस अभी भी मामले की छानबीन कर रही है। आने वाले दिनों में वह एक और रिपोर्ट देगी।
- शाह ने कहा कि विपक्ष ने दिल्ली हिंसा के मसले को लेकर सदन नहीं चलने दिया। ऐसे मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की गई। होली पर माहौल शांतिपूर्ण बना रहे इसलिए होली के बाद सदन में चर्चा की बात कही गई थी। हम सभी सवालों पर जवाब दे रहे हैं जिसे ध्यान से सुना जाना चाहिए। माननीय 25 फरवरी की रात के बाद से दिल्ली में हिंसा की एक भी वारदात नहीं हुई।