कार्यवाहक DGP पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा

प्रदेश में शासन-प्रशासन की साख नहीं बची!
उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य पर भी भी साधा निशाना
लखनऊ. प्रदेश में कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वर्तमान भाजपा की योगी सरकार को घेरा है. अखिलेश ने कहा कि "राज्य सरकार में तीन शख्सियतें हैं जो कोई किसी से कम नहीं हैं, कई ऐसे हैं जो अपनी चलाते हैं किसी को प्रमुख ही नहीं मानते. कुछ के तार दिल्ली से जुड़े हैं और उन पर किसी का दबाव नहीं. प्रशासन के सर्वोच्च पद मुख्य सचिव (Chief Secretary) पद पर भी कार्यवाहक से काम चलाया जा रहा है. एसीपी पद पर अभी तक नियुक्ति नहीं हो सकी है. बची-खुची कसर DGP से पूरी कर ली गयी है. अब डीजीपी पद पर भी किसी मुखिया की जगह कार्यवाहक को कमान सौंप दी गई है. बिना प्रशासनिक मुखिया की सार्थक भूमिका के प्रदेश में भाजपा सरकार का चलना लोकतांत्रिक प्रणाली पर प्रश्नचिह्न है ".
अखिलेश यादव ने अपने बयान में प्रदेश सरकार पर और भी सवाल उठाए. अखिलेश यादव ने कहा कि " प्रशासन तंत्र पूरी तरह पंगु हो गया है. तमाम परियोजनाएं पिछड़ती जा रही हैं. कानून व्यवस्था के हालात तो अत्यंत दयनीय हैं. सरकार दावा करती है कि दो वर्ष में उसने 103 अपराधियों को मार गिराया है. ऐसे में सवाल उठेगा कि फिर अपराध क्यों थम नहीं रहे है? वैसे तो मुख्यमंत्री जी ने गद्दी सम्हालते ही कहा था उपराधी अब जेल में होंगे या फिर प्रदेश छोड़ जाएंगे. अपराधी प्रदेश छोड़ कर तो गए नहीं जो जेल में हैं वे वहीं से अपना धंधा बेखौफ चला रहे हैं"
अखिलेश यादव ने उपमुख्यमंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री केशव मौर्या के पूर्व में दिए गए बयानों को याद दिलाते हुए कहा कि "आश्चर्य होता है कि जो मंत्री तमाम दावों के बाद भी सड़कों के गड्ढे भरने में पूरी तरह नाकामयाब साबित हुए वे गंगा सफाई का दावा करने लगे हैं. गंगा यात्रा में भीड़ जुटाने और भव्य बनाने में तो धन पानी की तरह बहाया गया है लेकिन गंगा किनारे बसे केवटों, गोता खोरों के हितार्थ एक शब्द नहीं बोला जा रहा है. दबंगों ने कश्यप समाज की गंगा किनारे की जमींने हथिया ली. उन्हें फसल उगाने नहीं दिया जा रहा है, भाजपा सरकार को उनकी चिंता नहीं". अखिलेश यादव ने अपने बयान के आखिर में कहा कि "वस्तुतः भाजपा को न तो प्रदेश के विकास की चिंता है और न ही गरीबों, पिछड़ों, कमजोर लोगों को राहत पहुंचाने की. उसे तो नफरत फैलाने की गम्भीर बीमारी है. जनता जब सन् 2022 में इस बीमारी का इलाज करेगी तभी प्रदेशवासियों के अच्छे दिन दिन आएंगे".




