शासन के निर्देश पर सभी महाविद्यालय में नैक मुल्यांकन आवश्यक है।
नैक मुल्यांकन से डरने की जरूरत नहीं है। अपनी कमियों को जानकर उसमें सुधार करने पर जोर दे
खबर यूपी के चन्दौली जनपद से जहा डीडीयू नगर के विक्रम सिंह कन्या महाविद्यालय में एक दिवसीय नैक कार्यशाला का आयोजन किया गया। महात्मा गांधी विद्यापीठ वाराणसी के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो टी एन सिंह विशिष्ट अतिथि कुलसचिव डा साहब लाल मौर्य डा आभा सक्सेना समन्वक डा केसी जायसवाल तथा उपसमन्यक डा संदीप गिरी,डा समृद्धि ने मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।इस अवसर पर छात्राओं ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत किया।महाविद्यालय के प्रबंधक मनोज कुमार यादव ने मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि का स्वागत पुष्प गुच्छ व अंग वस्त्र देकर किया। प्राचार्या डा अनिता ने बैज लगाकर अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो टीएन सिंह ने कहा कि महाविद्यालयों को राष्ट्र स्तरीय अपनी पहचान बनाने के लिए कुछ नयापन करना होगा। घरों में मेहमानों के आगमन पर साफ सफाई अच्छा खाना का व्यवस्था करना पङता हैं। लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए। सुव्यवस्थित तरीके से शिक्षकों छात्रों के बीच सीधा संबंध होना चाहिए। छात्रों शिक्षकों की समस्याओं का समाधान होना आवश्यक है। विद्यालय के क्लास रुम, लाइब्रेरी, आफिस,परिसर आदि को डिसप्ले पर रखिये।जिससे क्लास रूम, लाइब्रेरियन पर प्राचार्य व प्रबंक हर समय मानीटरिंग कर सके।इससे कम समय में शिक्षकों विद्यालय के कर्मचारियों छात्रों को भी देखा जा सकता है कि कौन ड्रेस में है। कौन शिक्षक कितना क्लास ले रहा है।नैक मुल्यांकन से डरने की जरूरत नहीं है। अपनी कमियों को जानकर उसमें सुधार करने पर जोर दिया। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव डा साहब लाल मौर्य ने कहा कि शासन के निर्देश पर सभी महाविद्यालय में मुल्यांकन आवश्यक है। नैक के प्रक्रियायों व प्रारुप को समझकर आगे बढा जा सकता है। तब अपने महाविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित कर सकते है। डा केसी जायसवाल ने कहा कि महाविद्यालयों में नैक रैंक के माध्यम से प्रवेश को बढ़ाया जा सकता है। नैक मुल्यांकन में एस एस आर का महत्वपूर्ण भूमिका होता है। इस अवसर पर चंदौली वाराणसी जिले के लगभग सभी महाविद्यालय के प्रबंधक प्राचार्य मौजूद रहे।
रन्धा सिंह चन्दौली




