काशी में गंगा तट पर हुई गंगा यात्रा की जनसभा

वाराणसी
मां गंगा आस्था का प्रतीक होने के साथ ही देश के विकास और समृद्धि की स्रोत है - उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप आस्था व अध्यात्म से जुड़ी गंगा को अर्थ से जोड़ने का काम करें- महेंद्र सिंह
देश के 11 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय निर्माण कराए गए- केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
वर्ष 2024 तक 15 करोड़ घरों तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने का कार्य तेजी पर
गंगा गंगोत्री से निकलती है, लेकिन रहती काशी में
गंगा यात्रा के दूसरे दिन काशी के राजघाट स्थित भैसासुर घाट पर गंगा यात्रा की जनसभा हुई। सभा को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री एवं सांसद चंदौली डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर, पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, स्टांप एवं पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल, मंत्री फागू चौहान, मंत्री गिरीश यादव सहित अन्य गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों ने संबोधित किया।
मंत्रीगणों एवं वक्ताओं ने कहां की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप आस्था व अध्यात्म से जुड़ी गंगा अब लोगों के आर्थिक विकास से जोड़ने के लिए कार्य हो रहा है। व्यापार, रोजगार, पर्यटन आदि में सहायक होगी मां गंगा। गंगा की निर्मलता व अविरलता के जन जागरूकता के लिए गंगा यात्रा की जा रही है। गंगा के पौराणिक, धार्मिक, आध्यात्मिक इतिहास का उल्लेख करते हुए वक्ताओं ने इसे भारत की विभिन्न क्षेत्रों की विविधता में एकता रखने में सहायक बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथन कि "उन्हें मां गंगा ने बुलाया है" का जिक्र करते हुए कहां की मां गंगा के पुत्र के रूप में प्रधानमंत्री ने जिस मिशन मोड में गंगा की निर्मलता व अविरलता के लिये काम किया। वह विश्व में दिखाई दे रहा है। गत वर्ष इलाहाबाद में हुए कुंभ में 30 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई। मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने गंगाजल की निर्मलता देख कुंभ स्नान किया। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि गंगा निर्मल हुई। गंगा में जीव संरचना लौटी है। डॉल्फिन बड़ी है। साइबेरियन पक्षी की संख्या में वृद्धि हुई है। अभूतपूर्व सफलता प्रधानमंत्री के गंगा मिशन मोड में मिली है। स्वीडन देश का जिक्र करते हुए बताया गया कि वहां एक नदी के पानी को निर्मल, स्वच्छ करने में 27 वर्ष लगे। जबकि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा एवं इच्छाशक्ति से गत 5 वर्ष में गंगा की निर्मलता दिखने लगी है।
गंगा यात्रा के दौरान गंगा किनारे गांव में ग्राम चौपाल, स्वास्थ्य कैंप, पशु आरोग्य मेला, खेलकूद मैदान, गंगा चबूतरा, गंगा पार्क आदि निर्माण कराए जा रहे हैं। गंगा के किनारे के गांवों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इससे आर्थिक उन्नयन के अवसर बढ़ेंगे। गंगा की स्वच्छता, निर्मलता, अविरलता के लिए लोग जागरूक होकर अग्रणी भूमिका निभाएगे।गंगा यात्रा के प्रतिभागियों को जिला प्रशासन द्वारा अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय वाराणसी




