गंगा यात्रा को लेकर क्षेत्रीय विधायक की दिखी बेरुखी।

गंगा की अविरलता के लिए सांसद के सहयोगी जन सहयोग के लिए करते रहे अपील।
क्षेत्र के लोगों में विधायक के इस व्यवहार की रही चर्चा।
मेजारोड(प्रयागराज)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंगा यात्रा को लेकर जहां प्रशासन की टीम 2 दिन से हलकान है।वही सत्ता पक्ष की प्रत्येक छोटे-बड़े नेता तैयारियों और व्यवस्थाओं को लेकर सक्रिय नजर आए लेकिन क्षेत्रीय विधायक श्रीमती नीलम करवरिया पर्दे से गायब नजर आयी।
मां गंगा की स्वच्छता एवं अविरलता के लिए की जा रही प्रदेश सरकार की गंगा यात्रा पार्टी के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में बताई और दिखाई जा रही है। जिसे लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ही कमान संभाले हुए हैं।बुधवार 29 जनवरी को यह यात्रा मेजा विधानसभा के करीब-करीब पूरे क्षेत्र के मध्य से होकर गुजरेगी।मिर्जापुर प्रयागराज के सीमावर्ती गांव सुमतिया से क्षेत्रीय सांसद रीता बहुगुणा जोशी के साथ जमुनापार जिला अध्यक्ष विभव नाथ सहित कई जनपद एवं तहसील स्तर के नेता यात्रा का स्वागत एवं सहयोगी बनेंगे।सोमवार पूरी रात जिलाधिकारी पूरे महकमे के साथ माण्डा से लेकर नैनी पुल तक का जायजा लेते रहे।सांसद की टीम बाबा तिवारी के अगुवाई में हर व्यवस्था पर नजर रखे हुए थी सांसद के सहयोगी बाबा तिवारी ध्वनि प्रसारण यंत्रों के जरिए आम जनता से कार्यक्रम में भागीदारी निभाने के लिए अपील करते देखे गए।पूरे मेजा क्षेत्र में सांसद और उनके सहयोगियों की होर्डिंग और बैनर भरे पड़े हैं।दूसरी तरफ क्षेत्रीय विधायक इस यात्रा को लेकर शुरू से ही बेरुखी दिखा रही हैं।इसके पीछे वजह क्या है यह तो वही बता सकती हैं,लेकिन राजनीतिक लोगों की चर्चाओं में यह बात मंगलवार को सुर्खियों में रही।क्षेत्र के कई जागरूक लोग बार-बार विधायक के इस व्यवहार की चर्चा कर रहे थे। मेजारोड व्यापारियों में भी विधायक की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए कहा गया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जीवनदायिनी मां गंगा के अविरलता के लिए जन सहयोग चाहते हैं,लेकिन क्षेत्रीय विधायक इस मामले में कहीं से भी सहयोग देने को तैयार नहीं नजर आ रही।




