आयकर द्वारा नोटबन्दी के दौरान जमा नकदी को आय में घोषित कर उच्च दर पर कर मांग के विरोध में ज्ञापन: प्रेम शंकर मिश्र

नोट बंदी के दौरान बैंक खातों में जमा की गई नकद धनराशि को आयकर विभाग ने अनेक मामलों में करदाताओं की आय में जोड़ कर उच्च-उछाल वाले कर निर्धारण करते हुए करोड़ों की डिमांड खड़ी कर दी है और अब विभागीय नियमों के अनुसार निर्धारित डिमांड का बीस प्रतिशत जमा करने पर ही कर दाताओं के स्टे आवेदन पर विभाग विचार करेगा | इन परिस्थितियों से करदाता कठिनाई महसूस कर रहे हैं | अनेक करदाता तो अपनी पूरी पूंजी भी देकर विभाग की डिमांड नहीं जमा कर सकते हैं | ऐसे प्रभावित करदाता पूरे देश में हैँ | करदाताओं के इस दर्द को महसूस करते हुए ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिसनर्स (ए आई ऍफ़ टी पी) नॉर्थ जोन के चेयरमैन आसिम ज़फ़र ने प्रधान मंत्री, वित्त मंत्री व आयकर विभाग के नॉर्थ जोन में तैनात उच्चाधिकारियों को एक मेमोरेंडम भेजकर मांग की है कि उच्च-उछाल वाले मामलों में अपील की सुनवाई तक डिमांड स्टे करने व सम्बंधित मामलों की अपील की तत्काल सुनवाई की व्यवस्था की जाए | चेयरमैन आसिम ज़फ़र ने बताया कि पत्रक में की गई मांग की सुनवाई न होने की दशा में फेडरेशन का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही वित्त मंत्री व सी बी डी टी चेयरमैन से मिलेगा और समस्या का त्वरित निदान कराएगा |




