गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में 'वतन के वास्ते' नृत्य नाटिका मंचित

उ.प्र.संगीत नाटक अकादमी में अवध संध्या कार्यक्रम व शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिताएं
लखनऊ, 24 जनवरी। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के मासिक अवध संध्या कार्यक्रम के अंतर्गत गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में यायावर रंगमण्डल के कलाकारों द्वारा 'वतन के वास्ते' नृत्य नाटिका का मंचन संत गाडगेजी प्रेक्षागृह गोमतीनगर में किया गया। इसके साथ ही वाल्मीकि रंगशाला में शास्त्री संगीत प्रतियोगिताओं के अंतर्गत कत्थक व तबला वादन की प्रतियोगिताएं चलीं।
संत गाडगे प्रेक्षागृह में हुई अवध संध्या में मुख्य अतिथि के तौर पर मेजर जनरल प्रवेश पुरी व विशिष्ट अतिथियों के तौर पर ब्रिगेडियर एन.रामाकृष्णन, ब्रिगेडियर रवीन्द्र श्रीवास्तव व कर्नल श्याम सिंह उपस्थित थे। अतिथियों का स्वागत अकादमी के सचिव तरुण राज ने किया।
कीर्ति चक्र विजेता कैप्टन आर.सुब्रहमण्यिम् की वीरता से प्रेरित युवा लेखिका छवि मिश्रा की लिखी व युवा कोरियोग्राफर पुनीत मित्तल के निर्देशन में हुई प्रस्तुति ने देशभक्ति का संदेश दिया। आजादी की अहमियत और उसको पाने के लिये दी गई कुर्बानियां और आजादी को अक्षुण्ण रखने के लिये आज भी सरहद पर अपनी जाने देने से गुरेज न करने वाले सैनिकों की वीरता और शौर्य को समर्पित नृत्य नाटिका में महिषासुरमर्दिनी व ताण्डव नृत्य में शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम का सुंदर समावेश था। साथ ही सरफरोशी की तमन्ना....व मेरा रंग दे बसंती चोला..... जैसे गीतों में कथक और कण्टम्परेरी नृत्य का प्रयोग भी था तो होली खेले रघुबीरा.... में लोक की झलक थी। प्रस्तुति में वीर सैनिकों के शौर्य के बीच चन्द्रशेखर आजाद, सरदार भगत सिंह, रामप्रसाद बिस्मिल व खुदीराम बोस जैसे वीर सपूतों की कुर्बानियों को भी दर्शाया गया। मोहम्मद हफीज के प्रकाश संयोजन में प्रस्तुति में कैप्टन राघव की भूमिका निर्देशक में पुनीत मित्तल, रूपाली की भूमिका में छवि मिश्रा व बाल कलाकार अश्वित रतन के अभिनय ने आकर्षित किया। सैनिकों की भूमिकाओं में आदर्श पाण्डेय, अभिषेक राजपूत, आदित्य सोनी, हर्ष मिश्रा, गोविन्द यादव, प्रियांशु श्रीवास्तव थे तो नृत्य कोरस में आंशी मिश्रा, सुनीता तिवारी, सौम्या वर्मा, शशांक शुक्ला, प्रियांशु मिश्रा, दिव्य उपाध्याय, जाह्नवी अवस्थी, नेहार्षि वर्मा व साक्षी वर्मा शामिल थे। पाश्र्व पक्षों में कीर्ति प्रकाश, अभ्यांचल श्रीवास्तव, अनूपकुमार सिंह, रोजी दुबे, आदर्श, आकाश, सौम्या व प्रियांशु का सहयोग रहा।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश संगीतज्ञ नाटक अकादमी द्वारा कल से प्रारम्भ हुई सम्भागीय शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिताओं के दूसरे और अंतिम दिन आज वाल्मीकि रंगशाला गोमतीनगर में अवनद्य वाद्य व कथक की प्रतियोगिताएं बाल, किशोर व युवा वर्गों में चलीं। प्रतियोगिताओं का शुभराम्भ अकादमी की अध्यक्ष डा.पूर्णिमा पाण्डे ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अंत में विजेताओं को प्रमाणपत्र वितरित किये गये।
संगीत सर्वेक्षक रेनू श्रीवास्तव के संयोजन में चली प्रतियोगिताओं में कथक में बाल वर्ग में प्रियम यादव प्रथम, शिवांगी बढ़वाल द्वितीय व पार्थवी राय तृतीय रहीं। किशोर वर्ग में ये स्थान क्रमशः अंशिका कटारिया, शैलेन्द्र सिंह कुशवाहा व अनुपम सिंह को मिले। तबला वादन बाल वर्ग में सार्थक मिश्रा व मृदुनन्दन सनवाल संयुक्त रूप से प्रथम और अलमास हुसैन द्वितीय रहे। तबला प्रतियोगिता के युवा वर्ग में प्रथम स्थान जसवंत सिंह को मिला। गज वाद्य युवा वर्ग में प्रथम स्थान सारंगी वादक दीपक शिवहरे को प्राप्त हुआ। गायन घु्रपद-धमार किशोर वर्ग में रविप्रकाश गौड़ द्वितीय स्थान पर रहे। लखनऊ की बीना सिंह के साथ ही निर्णायकों का दायित्व विपिन श्रीवास्तव व अनीता भार्गव ने निभाया। इससे पहले आज सुबह अकादमी कर्मियों ने सभागार में मतदाता जागरूकता के प्रति शपथ भी ली।




