आजमगढ़ : कर्बला मैदान में सीएए के विरोध में संपूर्ण विपक्ष का लामबंद होकर धरना प्रदर्शन
आजमगढ़ जनपद के कर्बला मैदान में सीएए व नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सपा, बसपा, कांग्रेस, उलेमा कौंसिल व आम आदमी पार्टी सहित संपूर्ण विपक्ष ने केंद्र सरकार के खिलाफ लामबंद होकर धरना प्रदर्शन कर इस कानून में सुधार करने के साथ इसे वापस किए जाने की मांग की। इस दौरान शिब्ली कॉलेज के छात्र व छात्राएं भी भारी संख्या में मौजूद रहे। तमाम मुस्लिम संगठनों ने भी भागीदारी की।
मीडिया से बातचीत करते हुए शिब्ली कॉलेज की छात्रा ने कहा कि छात्राएं दिल्ली के शाहीनबाग की तरह यहाँ बैठी रहेंगी जब तक सरकार यह भेदभाव वाला क़ानून वापस नहीं लेती। आजमगढ़ जनपद की मुबारकपुर विधानसभा से बसपा विधायक शाह आलम "गुड्डू" जमाली ने कहा कि यह कानून संविधान के खिलाफ है यह देश सेक्युलर है। जाति धर्म के आधार पर किसी भी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता। जाति वर्ग विशेष को नागरिकता ना देना बेज्जती है और संविधान कमेटी में भी डॉक्टर मुखर्जी जैसे लोग थे जब क़ानून बना था। जिस तरह का काम भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं ये हम लोगों कि नहीं डॉ मुखर्जी जैसे अपने लोगों की भी बेज्जती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस कानून में सुधार करने के साथ ही इसे वापस लेना चाहिए। समाजवादी पार्टी के निर्माण जिलाध्यक्ष हवलदार यादव का कहना है कि इस कानून की देश में कोई जरूरत नहीं है भाजपा की बुनियाद नफरत घृणा की है। भाजपा पूंजीवादी व सांप्रदायिक पार्टी है और यही कारण है कि गरीब और गरीब होता जा रहा है और अमीर और अमीर होता जा रहा है। आम जनता का ध्यान बांटने के लिए केंद्र सरकार यह काला कानून लेकर आई है जिसका हम लोग लगातार विरोध कर रहे हैं।




