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उत्तर प्रदेश

अय्याशी कराने के बहाने क्रेडिट कार्ड एजेंट को ले गए फिर रास्ते में कर दी हत्या

अय्याशी कराने के बहाने क्रेडिट कार्ड एजेंट को ले गए फिर रास्ते में कर दी हत्या
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कानपुर, । कल्याणपुर में ननिहाल में रह रहे क्रेडिट कार्ड ऐजेंट को अय्याशी कराने के बहाने ले जाने के बाद रास्ते में हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार करके घटना का खुलासा किया है। पूछताछ के बाद हत्या की असल वजह भी सामने आई है। करीब एक माह पहले उसका शव शताब्दीनगर में एल्डिको अपार्टमेंट के पीछे गड़रियनपुरवा गांव के रास्ते में नहर पर मिला था।

शताब्दीनगर में एल्डिको अपार्टमेंट के पीछे गड़रियनपुरवा गांव की ओर जाने वाले रास्ते के किनारे सूखी नहर में 22 दिसंबर को लोगों ने नग्न अवस्था में युवक का शव पड़ा देखा था। उसकी छाती, गले, चेहरे व हाथ पर धारदार हथियार से वार किए गए थे साथ ही सिर कुचला हुआ था। 50 मीटर दूर उसके कपड़े, जूते व मोबाइल फोन का पीछे का कवर भी पड़ा मिला था। फॉरेंसिक टीम को पुलिया की दीवार पर खून के धब्बे मिले थे। युवक के कपड़े आसपास की झाडिय़ां टूटी होने से यह प्रतीत हुआ कि वारदात से पहले कातिलों से युवक का काफी देर तक संघर्ष भी हुआ था। उस समय उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी थी।

शव की शिनाख्त दूसरे दिन मूलरूप से असम के रहने वाले 20 वर्षीय काजी आतिक के रूप में हुई थी। उस्मानपुर से आईं नगमा बेगम ने मृतक को नाती आतिक बताया था। आतिक का परिवार असम के बोगाई में रहता है। वह एक वर्ष से नौबस्ता उस्मानपुर निवासी नानी नगमा बेगम के घर पर रहकर साउथ एक्स मॉल में एसबीआइ के क्रेडिट कार्ड बनाने का काम कर रहा था। नगमा ने बताया कि 21 दिसंबर को वह काम पर निकला था देर रात करीब पौने 11 बजे जब फोन मिलाया तो मोबाइल बंद था। रविवार को बाबूपुरवा निवासी चाचा असलम को फोन किया तो उन्होंने भी जानकारी से इन्कार कर दिया तब उसे ढूंढने निकले थे।

सर्विलांस की मदद से हाथ आए हत्यारे

एक माह से आतिक की हत्या के खुलासे में जुटी पुलिस को सर्विलांस की मदद से सफलता मिल गई। पुलिस ने संदेह के आधार पर तीन लोगों को उठाया और पूछताछ की तो सच सामने आ गया। कानपुर देहात के शिवली थाना अंतर्गत पांडे हार गांव निवासी लालजी पांडे, राकेश गौतम और चौबेपुर के जादेपुर गांव निवासी ओमनारायण ने अतीक की हत्या का सच कबूल दिया। अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस को शनिवार रात आतिक का गायब मोबाइल फोन ऑन मिला और फिर पुलिस जांच करते हुए तीनों आरोपितों को पकड़ लिया।

इस तरह दिया घटना को अंजाम

एसपी पश्चिम अनिल कुमार ने बताया कि आतिक 21 दिसंबर की रात सवारी वाहन से कल्याणपुर स्टेशन पहुंचा था। यहां पर लालजी, राकेश और ओमनारायण उसे मिले। तीनों ने अतीक को अय्याशी कराने का झांसा दिया और बाइक पर बिठ लिया। रास्ते में लूटपाट का शक होने पर अतीक ने 112 नंबर डायल किया। फोन नहीं मिलने पर अतीक गाड़ी से कूदकर भागने लगा। इसपर तीनों ने पीछा करके पकड़ लिया। इसके बाद ईंट से कूचकर अतीक की हत्या कर दी। हत्या के बाद में उसके सारे कपड़े, सामान मोबाइल व नकदी लूटकर तीनों फरार हो गए थे।

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