धरमपुरी पहुंची सायकिल यात्रा, पर्यावरण के प्रति किया जागरुक

महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी की 150वीं जयंती और भूदान आंदोलन के प्रणेता विनोबा भावे की 125वीं जयंती के अवसर पर कश्मीर से कन्याकुमारी के लिए निकली पर्यावरण जागरूकता अभियान शहीद सम्मान सायकिल यात्रा तमिलनाडु के धरमपुरी जिले में भ्रमण कर रही है । धरमपुरी का अधिकांश इलाका पहाड़ियों और जंगलों से आच्छादित है । इसकी तलहटियों में बसे गावों में जाकर इस यात्रा के प्रायोजक, संयोजक और टीम लीडर प्रोफ़ेसर डॉ योगेंद्र यादव ने लोगों को जागरूक किया । इस क्षेत्र में पीने के पानी की जबरदस्त किल्लत है। पानी की किल्लत के प्रसंग का वर्णन करते हुए प्रोफेसर योगेंद्र यादव ने कहा कि पानी का स्तर हर वर्ष नीचे गिर रहा है, जिसकी वजह से आप सभी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । आपके खेतों में भरपूर फसल हो सकती है, पर पानी की कमी की वजह से आप लोग खेत होते हुए फसल नही ले पा रहे हैं। इसके मूल में पर्यावरण के साथ हो रही छेड़छाड़ है। जिसे रोकना आप सभी का नैतिक कर्तव्य है । साथ ही बारिश के पानी को जगह जगह रोकने का भी आप लोगों को प्रयास करना चाहिए । जिसका उपयोग सिचाई के साथ साथ पशुओं के लिए भी किया जा सकता है । प्रोफेसर योगेंद्र यादव की समझाइश और उदबोधन और चर्चा के बाद स्थानीय लोगों ने कहा कि अब आने वाली बारिश से हम लोग ऐसा करेंगे ।




