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स्वामी विवेकानंद के सर्वोत्कृष्ट भारत के विनिर्माण में प्रियंका गांधी जैसे युवा नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका होगी - डॉ प्रमोद कुमार शुक्ला

स्वामी विवेकानंद के सर्वोत्कृष्ट भारत के विनिर्माण में प्रियंका गांधी जैसे युवा नेतृत्व  की महत्वपूर्ण भूमिका होगी - डॉ प्रमोद कुमार शुक्ला
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आज दिनांक 12 जनवरी को राजीव गांधी स्टडी सर्किल , गोरखपुर द्वारा राहुल पार्क , कूड़ाघाट ,गोरखपुर में स्वामी विवेकानंद जयंती पर एक विचारगोष्ठी को आयोजन किया गया ।

राष्ट्रीय युवा दिवस पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव , एवँ उत्तरप्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा का जन्मदिन सादगी से मनाया गया। विवेकानंद जी के विचारों के अनुरूप ही , प्रियंका गांधी के जन्मदिन पर उनसे देश के युवाओं को सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ने की आशा की गई। यह विश्वास व्यक्त किया कि प्रियंका गांधी के युवा नेतृत्व में स्वामी विवेकानंद जी सपना पूरा होगा।आज के बर्तमान परिदृश्य में प्रियंका गांधी में स्वामी विवेकानंद जी के दर्शन और विचार परिलक्षित होते हैं । उनके विचार है देश के युवाओं को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों, मूल्यों, एवं विचारों को आत्मसात करना होगा ,यही वो मार्ग है ,जिससे भारत पुनः विश्वगुरु होगा।

विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए डॉ प्रमोद कुमार शुक्ला ,जिला समन्वयक , राजीव गांधी स्टडी सर्किल , गोरखपुर ने कहा

स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाए जाने का प्रमु्ख कारण उनका दर्शन, सिद्धांत, अलौकिक विचार और उनके आदर्श हैं, जिनका उन्होंने स्वयं पालन किया और भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी उन्हें स्थापित किया । उनके ये विचार और आदर्श युवाओं में नई शक्ति और ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। उनके लिए प्रेरणा का एक लक्षित स्त्रोत साबित हो सकते हैं।

विवेकानंद जी के विचारों में वह क्रांति और तेज है जो सारे युवाओं को नई चेतना से भर दे। उनके दिलों को भेद दे। उनमें नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार कर दे।स्वामी विवेकानंद ने कहा 'मेरी आशाएं युवा वर्ग पर ही टिकी हुई हैं'।

गोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ रामकृष्ण त्रिपाठी (अतिथि प्रवक्ता, विधि विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय) ने कहा कि स्वामी विवेकानंद को यु्वाओं से बड़ी उम्मीदें थीं। उन्होंने युवाओं की अहं की भावना को खत्म करने के उद्देश्य से कहा है 'यदि तुम स्वयं ही नेता के रूप में खड़े हो जाओगे, तो तुम्हें सहायता देने के लिए कोई भी आगे न बढ़ेगा। यदि सफल होना चाहते हो, तो पहले 'अहं' ही नाश कर डालो।' उन्होंने युवाओं को धैर्य, व्यवहारों में शुद्ध‍ता रखने, आपस में न लड़ने, पक्षपात न करने और हमेशा संघर्षरत् रहने का संदेश दिया।

बैठक में डॉ सत्यवान यादव, डॉ धीरेंद्र राय , डॉ मुस्तफा, डॉ गंगेश पाण्डे, श्री गरगांश ब्राह्मण, इशनशी , उपस्थित रहे।

डॉ प्रमोद कुमार शुक्ला

समन्वयक , राजीव गांधी स्टडी सर्किल , गोरखपुर

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