प्रसपा लड़ेगी हिंदी की लड़ाई- शिवपाल यादव

लखनऊ। 10 जनवरी 2020
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ( लोहिया) शिविर कार्यालय में संयुक्त राष्ट्र हिंदी जन अभियान के अंतर्गत ' हिंदी की वैश्विक संस्थिति ' पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता पूर्व शिक्षा मंत्री शारदाप्रताप शुक्ल व संचालन पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल यादव ने किया ।
हिंदी को संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा का दर्जा देने की माँग करते हुए प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह ने कहा कि प्रसपा हिंदी की निर्णायक लड़ाई लड़ेगी और संयुक्त राष्ट्र हिंदी जन अभियान को आगे बढ़ायेगी । दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी भाषा होने के बावजूद हिंदी का आधिकारिक न होना दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण है । प्रधानमंत्री जी हिंदी के लिए खुलकर बोलें । हिंदी के सवाल पर सारी दुनिया एक मत है । विश्व हिंदी दिवस हमारे लिए संकल्प का दिन है । शीघ्र ही दुनिया के शीर्ष हिंदी सेवियों की बैठक बुलाकर हिंदी के बहाने वैश्विक उपनिवेशवादी सोच से संघर्ष का शुभारम्भ किया जायेगा । गांधी, सुभाष - लोहिया से लेकर अटल बिहारी तक हिंदी को विश्व में प्रतिष्ठित करना चाहते थे , अब यह काम हमारी पीढ़ी को करना होगा ।
नेपाल के क़द्दावर सांसद व संयुक्त राष्ट्र हिंदी के महासचिव अभिषेक प्रताप शाह ने शिवपाल की माँग का समर्थन करते हुए कहा कि नेपाल के हिंदी भाषी इस जन-अभियान में साथ हैं ।अगली बैठक काठमांडू में होगी । हिंदी जन अभियान के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ सोशल मीडिया में हिंदी पर आ चुका है किंतु यह सम्मान आधा-अधूरा है ।हिंदी को जो वैश्विक सम्मान मिलना चाहिए अभी तक नहीं मिला । 10 जनवरी 1976 में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन नागपुर में हुआ था, इसी की स्मृति में 2006 से विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है । हिंदी के लिए अब तक 42 देशों के 7 हजार प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर कर दिया । हिंदी भारत की सांस्कृतिक अस्मिता की प्रतिनिधि है, हिंदी की वंचना भारत का अपमान है ।शिवपाल ने नेपाली सांसदों के शिष्टमंडल को महात्मा गांधी- लोहिया व बीपी कोईराला की चर्चा करते हुए ऐतिहासिक तस्वीर व हिंदी साहित्य भेंट की । संगोष्ठी को पूर्व विधान परिषद सदस्य रामनरेश यादव मिनी समेत कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया ।




