त्रिशिर की पहाड़ियों में पहुंची सायकिल यात्रा

महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी की 150वीं जयंती और विनोबा भावे की 125वीं जयंती पर कश्मीर से कन्याकुमारी के लिए निकली पर्यावरण जागरूकता अभियान शहीद सम्मान सायकिल यात्रा विगत 24 दिसंबर को कन्याकुमारी पहुचने के बाद केरल प्रदेश में प्रवेश कर चुकी है । आज यह सायकिल यात्रा त्रिशुर की पहाड़ियों के बीच है। कई पर्वत श्रृंखलाएं दिखाई पड़ रही हैं ।उन पर बड़े बड़े और हरे भरे पेड़ हैं ताड़ के वृक्षों के अलावा भी अन्य कई प्रकार के जंगली पेड़ दिखाई दे रहे है। आज का दिन इन्हीं पहाड़ियों के बीच में पर्यावरणीय दृष्टि से अध्ययन करने में व्यतीत होना है ।
पर्यावरण जागरूकता अभियान और शहीद सम्मान के लिए निकली इस यात्रा के प्रायोजक, संयोजक और टीम लीडर प्रोफेसर डॉ योगेंद्र ने लोगों से बातचीत करते हुए उन्हें आगाह किया कि अगर समय रहते हम नही चेते तोविस सभ्यता को समाप्त होने से कोई नही बचा सकता । समय जो भी लगे । स्थानीय लोगों ने प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि सिर्फ कुछ लोगों को नही, सभी लोगों को इस संबंध में जागरूक होने की जरूरत है । तभी हम प्रदूषण मुक्त वातावरण में रह पाएंगे ।




