गुरु गोविंद सिंह के 353 वीं जयंती पर राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी समेत अन्य लोगों ने दी शुभकामनाएं

नई दिल्ली, । सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह के 353 वीं जयंती पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और पीएम मोदी समेत अन्य लोगो ने शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्वीट कर के कहा, 'गुरु गोविन्द सिंह जी को उनकी जयन्ती पर मेरी श्रद्धांजलि। उनका जीवन लोगों की सेवा और सत्य, न्याय एवं करुणा के जीवन-मूल्यों के प्रति समर्पित रहा। गुरु गोविन्द सिंह जी का जीवन और शिक्षाएं हमें आज भी प्रेरित करती हैं।'
पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा, 'हम आदरणीय श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को उनके प्रकाश पर्व पर नमन करते हैं।' उन्होंने इसके साथ एक वीडियो भी शेयर किया। साथ ही पंजाबी में भी उन्होंने ट्वीट किया।
उनकी शिक्षाएं आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी- राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा और अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने उदाहरण के साथ नेतृत्व किया और अनुकरणीय साहस दिखाया। उनकी शिक्षाएं आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी। मैं उनकी जयंती पर उन्हें नमन करता हूं।'
नौ साल की उम्र में बने थे गुरु
गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म हिंदू कैलेंडर के अनुसार पौष के महीने में शुक्ल पक्ष के दौरान सप्तमी तिथि को हुआ था। इस साल यह तीथी 2 जनवरी को है। गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म पटना में हुआ था। वे नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर के पुत्र थे और जब वे नौ साल के थे, तब उन्हें दसवें गुरु के रूप में चुना गया था।
We bow to the venerable Shri Guru Gobind Singh Ji on his Prakash Parv.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 2, 2020
ਦਸਮ ਪਿਤਾ ਸਾਹਿਬ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ ਜੀ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਪੁਰਬ ਮੌਕੇ ਅਸੀਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਅੱਗੇ ਸੀਸ ਝੁਕਾਉਂਦੇ ਹਾਂ। pic.twitter.com/VfPmN9G7po
इसके बाद गुरु गोबिंद सिंह ने पंजाब में आनंदपुर के पास तख्त श्री केशगढ़ साहिब में खालसा की स्थापना की। यह वह स्थान है जहां उन्होंने अपने पिता के साथ अपने जीवन का अधिकांश समय बिताया। होली के दिन होला मोहल्ला मनाने के लिए सिख प्रतिवर्ष इस स्थान पर एकत्रित होते हैं। सिख धर्म के लिए उनके योगदान को काफी याद किया जाता है। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को पूरा किया।




