Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

कॉंग्रेस ,विकासोन्मुख, गतिशील, समर्थ , एवं आधुनिक भारत के मूल में है - धीरेंद्र प्रकाश राय

कॉंग्रेस ,विकासोन्मुख, गतिशील, समर्थ , एवं आधुनिक भारत के मूल में है - धीरेंद्र प्रकाश राय
X

आज दिनांक 28 दिसंबर को राजीव गांधी स्टडी सर्किल , गोरखपुर के तत्वावधान में पुरदिल पुर स्थित खन्ना लॉज पर एक विचारगोष्ठी सम्पन्न हुई। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए श्री धीरेन्द्र प्रकाश राय , प्रबन्धक , कल्पनाथ राय महाविद्यालय, भटनी ,देवरिया ने कहा आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का स्थापना दिवस है। राष्ट्रवाद, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद या लोककल्याणकारी राज्य के उसके वैचारिक मूल्यों एवं सिद्धान्तों ही भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस के मूल में है। कांग्रेस मूल रूप से कैडर नहीं, जनान्दोलन की संस्था रही है। इतिहास में उसका कैडर सदा आन्दोलन से ही बनता रहा। हां उसके लिये सम्यक राजनीतिक प्रशिक्षण हमेशा कांग्रेस संस्कृति का हिस्सा रहा है। आन्दोलन का रस्ता गांवों से आगे जेलों तक जाता है। गांधी का मार्ग बताता है कि आन्दोलन संघर्षात्मक और रचनात्मक कार्यक्रम के दोनों मोर्चे पर साथ साथ चलना चाहिए।

कांग्रेस को अपनी विरासत के इस रस्ते के अनुकरण के साथ अपने इस इतिहासबोध को भी जीवन्त प्रेरणा बनाना होगा कि कांग्रेस भारतीय स्वतंत्रता के राष्ट्रीय आन्दोलन की मुख्य संवाहक और आधुनिक भारत निर्माण की संस्था है। अखिल भारतीयता के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक चिन्तन पर खड़ी यह संस्था भारत की विविधता में एकता और समावेशी राष्ट्रवाद का प्रतिनिधित्व करती है। उसके प्रति इतिहास ने उसे जिम्मेदार बनाया है। उसका लंबा गौरवशाली इतिहास जहां स्वतंत्रता संग्राम में त्याग और बलिदान से भरे उसके यशस्वी योगदान की कहानी है, वहीं संघर्ष से मिली आजादी को दुनिया के सबसे बड़े संवैधानिक लोकतंत्र में ढाल कर गतिशील, विकासोन्मुख एवं समर्थ आधुनिक भारत के निर्माण की गाथा भी है।

गोष्ठी का संचालन करते हुए डॉ प्रमोद कुमार शुक्ला, जिला समन्वयक, राजीव गांधी स्टडी सर्किल गोरखपुर ने कहा कि भारत की आजादी के बाद महात्मा गांधी की आड़ में दुष्प्रचार प्रबल हुआ कि कॉंग्रेस का लक्ष्य भारत की आजादी था , इसलिए अब कोंग्रेस को भंग कर दिया जाय। पर सत्य यह है कि महात्मा गांधी ने तो अपनी हत्या से महज 3 दिन पहले, 27 जनवरी को अपने नियमित कॉलम में जो ' हरिजन ' के 2 फरवरी, 1948 के अंक में प्रकाशित हुआ था , लिखा था --

" ... भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश की सबसे पुरानी राष्ट्रीय राजनीतिक संस्था है और उसने अहिंसक तरीके से अनेक लड़ाइयां लड़ने के बाद आजादी प्राप्त की है । उसे मिटने नहीं दिया जा सकता । कांग्रेस केवल तभी समाप्त हो सकती है, जब राष्ट्र समाप्त हो जाए..."।

इस गोष्ठी के समापन अवसर पर उमेश खन्ना ,प्रबंधक , खन्ना लॉज ने आभार व्यक्त किया।

इस गोष्ठी में डॉ सत्यवान यादव , श्री उमेश खन्ना , श्री अनीश शुक्ला , डॉ गंगेश पांडेय , श्री इशांश , श्रीमती कविता शुक्ला , श्री अभिषेक शुक्ला, उपस्थित रहे।

Next Story
Share it