दिल्ली में एक लड़की का सवाल- क्यों नहीं सुरक्षित महसूस करती देश में लडकियाँ..थाने में पुलिस ने चुभाए नाखून

नई दिल्ली । दिल्ली-यूपी, बिहार और महाराष्ट्र समेत देश के तमाम राज्य महिला सुरक्षा को लेकर लाख दावे करें, लेकिन ये दावे हकीकत से कोसों दूर हैं। रांची और हैदराबाद (तेलंगाना) में महिला डॉक्टर समेत कई के महिलाओं के खिलाफ तथाकथित दुष्कर्म और हत्या की घटनाओं ने पूरे देश के लोगों को हिलाकर रख दिया है। आलम यह है कि कई राज्यों में लोग इस दरिंदगी के खिलाफ सड़कों पर हैं। इस बीच दिल्ली में शनिवार को पार्लियामेंट भवन के बाहर प्रदर्शन कर रही एक लड़की ने सवाल किया है- 'आखिर क्यों मैं भारत में सुरक्षित महसूस नहीं करती? प्रदर्शन कर रही इस लड़की का नाम अनु दुबे है। इस लड़की के साथ दिल्ली पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट करने के साथ बदसलूकी की बात भी सामने आई है।
दिल्ली पुलिस को डर लगता है
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) November 30, 2019
लड़कियों के सवाल से
नेताओं के दबाव से
अनु दूबे ने तो बस एक सवाल पूछा था
जवाब में उसे पुलिस का ख़ौफ़ मिला #IAmAnuDubey @ABPNews https://t.co/wNiKvwPaWB
प्लेकार्ड पर लिखा है 'मैं भारत में क्यों नहीं सुरक्षित महसूस करती?'
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के विरोध में एक किशोर लड़की शनिवार सुबह संसद के पास फुटपाथ पर शांतिपूर्ण धरने पर बैठ गई, हालांकि पुलिस ने उसे वहां से जबरन हटा दिया। इतना ही नहीं, उसे पुलिस पकड़कर थाने भी लाई थी। इस लड़की के पास पोस्टर-बैनर भी मौजूद हैं, जिस पर लिखा है- 'मैं भारत में क्यों नहीं सुरक्षित महसूस करती?'
दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, पार्लियामेंट के बाहर फुटपाथ पर प्रदर्शन कर रही इस लड़की के हाथ में कई प्लेकार्ड्स हैं, इनमें से एक पर लिखा है- 'मैं भारत में क्यों नहीं सुरक्षित महसूस करती? ('why I can't feel safe in my own Bharat)'
वहीं, लड़की का कहना है कि उसके साथ तीन महिला पुलिसकर्मियों ने मारपीट की है। इस आरोप के बाद लड़की का मेडिकल कराने के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
घटना के मुताबिक शनिवार सुबह सात बजे संसद के बाहर अपने कुछ साथियों के साथ प्रदर्शन कर रही इस लड़की के साथ दिल्ली पुलिस कर्मियों द्वारा बुरा बर्ताव करने की भी खबर आई है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद के सामने यह लड़की रोती हुई नजर आ रही है। इस बाबत वीडियो भी वायरल हुआ है।
वहीं, मौके पर पहुंची स्वाति जयहिंद का कहना है कि वह इस लड़की से मिली हैं और उसने उन्हें बताया कि दिल्ली पुलिस के कर्मियों ने उसके साथ बदसलूकी की है। वहीं, पीड़ित लड़की का कहना है कि शांतिपूर्ण धरने के दौरान डराया गया। इसके बाद उसने थाने ले जाकर पीटा गया। इतना ही नहीं, लड़की का यह भी कहना है कि उससे जबरन कागज पर लिखवाया भी गया कि वह भविष्य में इस तरह धरना-प्रदर्शन नहीं करेगी।
पीड़िता अनु दुबे की मानें तो दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान उसे जबरन उठाया संसद थाने में ले गई और लगभग चार घंटे तक वहां पर रखा। इसके बाद प्रदर्शन नहीं करने की चेतावनी देकर पुलिस ने उन्हें छोड़ा। अनु का कहना है कि वह दुष्कर्म के साथ महिलाओं के खिलाफ हो रहे अन्य प्रदर्शनों के कारण आहत थी, इसीलिए वह प्रदर्शन कर रही है।
दिल्ली में हो रहा प्रदर्शन
गौरतलब है कि हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना ने एक बार फिर देशभर को हिलाकर रख दिया है। रांची और हैदराबाद की घटना के मद्देनजर दिल्ली में संसद के बाहर प्रदर्शन रहा रहा है। युवा छात्र-छात्राएं सड़क पर उतरकर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे रहे हैं।
वहीं, समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक इस बीच दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission for Women) भी लड़की के बारे में जानकारी मिलने पर पुलिस स्टेशन पहुंची, जहां पर उसे हिरासत में लिया गया था, लेकिन अब उसे छोड़ दिया गया है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के सामने रो पड़ी लड़की
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, जब दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद थाने के बाहर पहुंचीं तो वह लड़की उनसे बातचीत के दौरान रो पड़ी।
बता दें कि पिछले दिनों तेलंगाना में एक महिला डॉक्टर समेत दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म कर जला देने का मामला सामने आया है। इससे पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है।