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उत्तर प्रदेश

राज्यपाल से सम्मानित सरकारी शिक्षक ने चंदौली को बताया पंजाब की राजधानी

राज्यपाल से सम्मानित सरकारी शिक्षक ने चंदौली को बताया पंजाब की राजधानी
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प्रतापगढ़. सरकारी स्कूलों में किस स्तर की शिक्षा नौनिहालों को दी जा रही है, इसकी बानगी प्रतापगढ़ में उस वक्त देखने को मिली जब जिलाधिकारी (DM) औचक निरीक्षण करने पहुंचे. गुरुजी के ज्ञान को देखकर डीएम साहब खुद पानी-पानी हो गए. आलम ये था कि गुरुजी न गुड आफ्टरनून की स्पेलिंग बता पाए और न 17 का पहाड़ा सुना पाए. हद तो तब हो गई जब गुरुजी ने चंदौली को पंजाब तो जम्मू कश्मीर को नागालैंड की राजधानी बता दिया. यह देख डीएम साहब का पारा चढ़ गया और उन्होंने प्रधानाध्यापक को सस्पेंड करने का निर्देश दे दिया.

नहीं बता पाए गुड आफ्टरनून की स्पेलिंग

दरअसल, जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही प्रतापगढ़ के लक्ष्मणपुर ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में निरीक्षण करने पहुंचे थे. जब उन्होंने वहां मौजूद बच्चों व शिक्षकों के ज्ञान को टटोला तो वे खुद शर्मसार हो गए. 50 हजार रुपये महीने वेतन पाने वाले शिक्षकों को गुड आफ्टरनून तक लिखना नहीं आया. जब डीएम ने बच्चों के साथ शिक्षक से गुड आफ्टरनून लिखवाया तो ठंडी में उनको पसीने छुटाने लगे. इसके बाद डीएम ने प्रधानाध्यापक जय प्रकाश से पंजाब की राजधानी बताने को कहा. तो उनक जवाब सुनकर वे चकरा गए. गुरुजी ने चंदौली को पंजाब की राजधानी बता दिया. इतना सुनते ही डीएम ने उनके निलंबन का आदेश दे दिया.

नहीं सुना पाए 17 का पहाड़ा

प्रधानाध्यापक जयप्रकाश को 2017-18 में राज्यपाल द्वारा शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इसके बाद एक अन्य शिक्षक रामदीन से 17 का पहाड़ा पूछा तो वे नहीं सुना सके. उन्होंने कहा कि वे उस सब्जेक्ट के शिक्षक नहीं हैं. अब डीएम के साथ निरिक्षण करने वाले अफसरों को आगे आना पड़ा. उन्होंने शिक्षक से कहा आप डीएम से क्यों नहीं कह देते कि ये 17 का पहाड़ा हमसे न हो पायेगा.

फिरहाल आज डीएम के क्लास ने पूरे प्रदेश के सरकारी शिक्षक और उनके महकमे की पोल खोल कर रख दी. जिले में डीएम का निरीक्षण चर्चा का विषय बना हुआ है

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