हिंदू युवा वाहिनी के बाद मेरठ में सक्रिय हुई 'योगी सेना'

मेरठ. योगी आदित्यनाथ के सियासी करियर में अहम भूमिका निभाने वाली हिंदू युवा वाहिनी के बाद मेरठ की 'योगी सेना' अब उत्तर प्रदेश में एक बार फिर सक्रिय भूमिका में नजर आने वाली है. योगी सेना को अंतरराष्ट्रीय हिन्दू संगठन का नाम दिया गया है. योगी सेना के लोगों का कहना है कि क्योंकि योगी आदित्यनाथ प्रेरणास्रोत बन गए हैं. इसलिए उन्होंने इसे योगी सेना का नाम दिया है.2017 में ही इस संस्था को रजिस्टर किया गया था. योगी सेना में अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर पूरे प्रदेश में कार्यकर्ता कार्य कर रहे है.
योगी सेना के मेरठ जिलाध्यक्ष मोहित कुमार राठौर ने बताया कि उनकी मुलाकात सीएम योगी आदित्यनाथ से सिर्फ एक बार हुई है. मोहित ने दावा करते हुए बताया कि वो आगे चलकर वो संन्यास भी धारण कर सकते हैं. दरअसल योगी सेना अंतरराष्ट्रीय हिंदू संगठन के पदाधिकारी आज मेरठ में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप शर्मा को जान से मारने की धमकी देने के संबंध में ज्ञापन देने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे हुए थे.
कब हुआ था हिंदू युवा वाहिनी गठन
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2002 के अप्रैल में रामनवमी के दिन हिंदू युवा वाहिनी सेना का गठन किया था. वहीं, गठन के वक्त योगी ने इसे सांस्कृतिक संगठन बताया था, जिसका मकसद हिंदूविरोधी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को रोकना था. योगी ने हिंदू युवा वाहिनी को गोरखपुर के दायरे से बाहर निकालकर पूरे पूर्वांचल में इसकी मजबूत नेटवर्किंग की है.